यात्रियों को परेशानी से बचाने के लिए बोगियों की संख्या बढ़ाई जाएगी
vishwapati
पटना। देश में ठंड और कोहरे को देखते हुए रेलवे ने ढाई दर्जन ट्रेनों को दो महीने के लिए रद्द कर करने का फैसला लिया है।
ये ट्रेनें एक दिसंबर महीने से लेकर फरवरी तक नहीं चलेंगी. दिल्ली-यूपी और बिहार समेत उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में ठंड के मौसम में कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम रहती है.
यही कारण है कि रेलवे ने इन ट्रेनों को कैंसिल करने का निर्णय लिया है. इस खबर में नीचे कैंसिल ट्रेनों की पूरी लिस्ट दी हुई है, जिसे आप देख सकते हैं.
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि आने वाले समय में कोहरे की वजह से ट्रेन के परिचालन में व्यापक बदलाव किए गए हैं. उन्होंने बताया कि कई ट्रेनों को रद्द किया गया है. कुछ ट्रेनों आंशिक समापन और प्रारंभ करने में बदलाव के साथ कुछ ट्रेनों के परिचालन के दिनों में भी कमी की गई है.
अपर मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि कोहरे की वजह से लंबी दूरी की ट्रेनों में विलम्ब होने की समस्या बनी रहती है. इस के अलावे यात्रियों के सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए कोहरे के कहर से बचने के लिए एहतियातन यह निर्णय लिया गया है.
एडीआरएम चौधरी विजय कुमार ने आगे विस्तार से बताया कि देश के कई हिस्सों में बढ़ते ठंड और कोहरे का असर अब रेलवे परिचालन पर भी देखने को मिल रहा है. एनएफरेल मंडल ने घने कोहरे को देखते हुए 3 जोड़ी ट्रेनों को एक दिसंबर से लेकर अगले तीन महीने तक के लिए रद्द कर दिया है.
घने कोहरे की वजह से महानन्दा एक्सप्रेस को 1 दिसम्बर से 28 फरवरी तक के लिये रद्द किया गया है. जबकि कामाख्या दिल्ली एक्सप्रेस 05955/05956 को 1 दिसम्बर से 3 मार्च तक जबकि न्यू अलीपुर द्वार सियालदह एक्सप्रेस ट्रैन संख्या 03141/3142 को 1 दिसम्बर से 1 मार्च 2022 तक के लिए कैंसिल किया गया है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार के अधिकतर शहरों में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. जबकि न्यूनतम तापमान भी कम होने से सुबह, शाम और रात में ठंडक बढ़ रही हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन से पांच दिनों के मौसम में भले ही कोई विशेष परिवर्तन नहीं दिखे, लेकिन रात में अभी और तापमान गिरने के साथ सुबह के समय कोहरा बढ़ने की आशंका है. बढ़ते धुंध का असर ट्रेन और विमान सेवा के परिचालन पर भी दिखेगा.
आंशिक समापन/प्रारंभ और परिचालन के दिनों में कमी कर के चलाई जाने वाली ट्रेनों के बदले बोगियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।