पटना। राज्य सरकार द्वारा मुख्य सचिव के अगुआई में तथा उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा की अध्यक्षता में राज्य के उद्यमियों एवं निवेशकों के समस्याओं का निवारण तथा राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्यमी पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राज्य के अन्य उद्योग संगठनों के साथ बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन को भी आमंत्रित किया गया था। आज आयोजित उद्यमी पंचायत पूर्व के उद्यमी पंचायत से हट कर इस मायने में थी कि पूर्व के उद्यमी पंचायतों में क्षेत्र विशेष (sectoral specific) से जुड़े विषयों पर चर्चा होती थी, जबकि आज आयोजित उद्यमी पंचायत में उद्योग से जुड़े सभी बिन्दु एवं विषयों को लिया गया था तथा सभी विषयों पर खुल कर चर्चा हुई।
बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन इस अवसर पर उद्योग से जुड़े विभिन्न लम्बित मामलों एवं समस्याओं के साथ साथ नये निवेश आकर्षित किए जाने के विषय पर अपने विचारों को रखा। हमारे द्वारा यह बताया गया कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौति विकास के पैमाने पर कायम असंतुलन को दूर करना है। बिहार की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय लगभग 50]000 रुपया है जबकि राष्ट्रीय औसत 1]95]000 रुपया है। अर्थात हम राष्ट्रीय औसत के एक चौथाई है। इस बड़े अन्तर को अगले दस वर्षों में कैसे समाप्त किया जाय, इस चिन्तन पर हमें काम करना होगा, अपने नीतियों एवं कार्यक्रमों का निर्धारण इसके अनुरूप ही करना होगा।
राज्य में औद्योगिक निवेश आकर्षित करने तथा औद्येगिकरण प्रक्रिया को गति मिले इसके लिए आवश्यक है कि उद्यमियों एवं निवेशकों के बीच सरकार की नीतियों एवं उसके अनुपालन के प्रति आत्मविश्वास का निर्माण हो। नीति निर्माण के साथ साथ यह जरूरी है कि उसका कार्यान्वयन भी नीति के मूल भावना के अनुरूप हो। उद्यमिगण चाहते हैं कि जो भी नीति गठित हो, नीति में घोषित सुविधा का लाभ नीति की मूल भावना के अनुरूप मिले, पूर्णतः में मिले एवं समय पर मिले। पुनः किसी भी नीति की सफलता के लिए आवश्यक है कि नीति निर्माण के समय उससे संबंधित सभी ैजांमीवसकमत के साथ गंभीरतापूर्वक विचार-विमर्श किया जाय तथा उनके सुझावों को सकारात्मक रूप में लिया जाय।
हमने इस अवसर पर राज्य के लिए दूसरे राज्यों की तुलना में ज्यादा बेहतर नीति का निर्धारण किए जाने] औद्योगिक विकास से जुड़े आधारभूत संरचना को ज्यादा विकासपरक एवं आकर्षक बनाने] समय समय पर उद्यमियों के साथ सम्यक संवाद स्थापित किए जाने पर भी बल दिया।
उपरोक्त कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष श्री अरूण अग्रवाल तथा पूर्व उपाध्यक्ष श्री संजय गोयेनका द्वारा एसोसिएशन की ओर से सुझाव एवं अपेक्षाओं को रखा गया।
