सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार के अनिश्चितकालीन अनशन का तीसरा दिन
विजय शंकर
पटना : कोरोना महामारी में अस्पतालों में व्याप्त कुव्यवस्था एवं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। इस वजह से कोरोना मरीजों के साथ साथ गैर कोरोना मरीजों की भारी संख्या काल के गाल में समा रहे हैं। न दवा है, न आक्सीजन, न बेड है और नहीं देखभाल है। इन अभावों के कारण अपने स्वजनों को अपने आंखों के सामने मरते देखने को बेबस है लोग। ऊपर से दवाओं व आक्सीजन की कालाबाजारी को रही है मगर उसे सरकार नहीं रोक पा रही है । केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार इन मुद्दों पर तुरंत निर्णय ले इसलिए सरकार को जगाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार अनिश्चितकालीन अनशन पर है । कारगिल चौक, पटना के सामने गांधी मैदान के पास अनिश्चितकालीन अनशन का आज तीसरा दिन है।
सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार ने आज कहा है कि अभयानंद जैसे ईमानदार पुलिस अधिकारी ने भी आज स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है। सरकार से आग्रह है कि जनहित में तुरंत फैसला ले और अस्पताल प्रशासन को सेना के हवाले करे। क्लिनिक व दुकानदार दवाओं व आक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे है मगर उसे सरकार नहीं रोक पा रही है।
इन अव्यवस्थाओं को तुरंत सुधारने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर सुझाव भेजा है।
सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार ने त्राहिमाम मैसेज में मुख्य तीन सुझाव दिया है।
1) . कोरोना महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए।
2) .देशभर के निजी एवं सरकारी 70 हजार अस्पतालों की व्यवस्था को सरकार सेना के अधीन कर दे।
3) .निजी एवं सरकारी सभी अस्पतालों में सभी व्यवस्था, दवा-वेड-आक्सीजन डाक्टरी सेवा – एम्बुलेंस आदि, निशुल्क उपलब्ध कराई जाए।