बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में ममता बनर्जी कैबिनेट के दो मंत्रियों सहित चार बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद राजभवन के सामने तृणमूल कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से राज्यपाल जगदीप धनखड़ नाराज हैं। उन्होंने इस मामले में कोलकाता पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा से रिपोर्ट तलब की है।
मामले में आरोपी मंत्री फिरहाद हकीम , मंत्री मुखर्जी , विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद राजभवन के नार्थ गेट पर गत सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए तृणमूल कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। इस पर राज्यपाल के हवाले से राजभवन से एक बयान जारी किया गया है जिसे राज्यपाल ने ट्वीट की श्रृंखला में ट्विटर पर भी डाला है
राज्यपाल ने ट्वीट किया, “17 तारीख को राजभवन के उत्तरी गेट का रास्ता बंद कर दिया गया था। संवैधानिक पद के नाम पर अपमानजनक बयान दिए गए थे और धमकी दी गई थी। ड्यूटी पर तैनात पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। कल (18 मई) को इसकी पुनरावृत्ति हुई। एक आदमी कई लोगों के साथ गेट के सामने आये और प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।” राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा कि राजभवन के सामने धारा 144 लागू है। उसके बावजूद यह स्थिति है।
बता दें कि निजाम पैलेस के सामने टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किए जाने पर राज्यपाल ने आपत्ति जताई थी और सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा था कि संवैधानिक व्यवस्था विफल हुई है और इसका परिणाम भी हो सकता है। उन्होंने कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया था।