विजय शंकर
पटना; राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि शिक्षक बहाली के नाम पर बिहार सरकार केवल तमाशा कर रही है। अबतक तो शिक्षकों की नियुक्ति न हो केवल इसी के बहाने तलाशे जा रहे हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बहाली सम्बन्धी विज्ञापन निकलने के बाद एक लम्बे अन्तराल के बाद परीक्षा आयोजित की गई। लम्बे दिनों तक न्यायालय के नाम पर मामले को टाला जाता रहा। जब जून के प्रथम सप्ताह मे हीं न्यायालय द्वारा शिक्षकों की शीघ्र बहाली करने का निर्देश दिया गया तो शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा प्रेस के सामने घोषणा की गई थी कि दो से तीन महिने के अन्दर शिक्षक बहाली की सारी प्रक्रिया पुरी कर ली जायेगी । उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया था कि सभी नवनियुक्त शिक्षक स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने विधालयों में झंडोतोलन करेंगे। अबतक दो चरणों का कौंसलिंग पुरा हो चुका है। पर इन्हें अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। दो चरणों के कौंसलिंग के बाद भी अभी लगभग आधे पद रिक्त रह गए हैं। सरकार द्वारा अब कहा जा रहा है कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद हीं नियुक्ति पत्र दिया जायेगा। जबकि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पंचायत चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं है।इसे सरकार भी स्वीकार चुकी है। सरकार अपने आचरण से खुद अपनी विश्वसनीयता खो रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि शिक्षक के लाखों-लाख पद रिक्त है। विधालयों में शिक्षक नही है। और सरकार के गलत इरादों की वजह से टीईटी, एसटीईटी, सीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थी हतोत्साहित होकर सड़क पर धूल फांक रहे हैं। राजद प्रवक्ता ने कहा कि यदि सरकार की मंशा साफ है तो उसे रिक्तियों के विरूद्ध शिक्षक पात्रता उत्तीर्ण सभी कैटेगरी के शिक्षक अभ्यर्थियों को विशेष अभियान चलाकर नियुक्ति पत्र देकर विधालयों में योगदान करावे जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके । कोरोना की वजह से यैसे हीं विधालयों में पढ़ाई काफी बाधित हो चुकी है।