मलाही पकड़ी के विस्थापितों के पुनर्वास का संघर्ष होगा तेज
जिला प्रशासन राजेश ठाकुर की मौत की जिम्मेदारी ले, दोषियों पर मुकदमा दर्ज हो, तय 5 लाख रुपए के मुआवजे का शीघ्र भुगतान हो
bihar bureau
पटना : पटना मेट्रो निर्माण की आड़ में मलाही पकड़ी स्थित झोपड़पट्टी उजाड़ने व दमन चलाते हुए एक गरीब को मौत के घाट उतारे जाने के खिलाफ भाकपा– माले, भाकपा व माकपा के पटना महानगर कमेटियों की ओर से आज हुई संयुक्त बैठक में शहर से गरीबों को विस्थापित करने की नीति का विरोध करते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की गई व गरीबों के पुनर्वास, मुआवजे व न्याय के लिए संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया गया.
भाकपा–माले विधायक दल कार्यालय में आयोजित इस बैठक में सरकार व जिला प्रशासन से यह मांग की गई कि उजाड़े गए गरीबों को हर हाल में सरकारी जमीन पर बसाने की गारंटी की जाय. पुनर्वास के प्रश्न पर चल रहे आंदोलन के दौरान अनेक बार अपनी मांगे और विस्थापन के शिकार परिवारों की सूची जिला प्रशासन को सौंपने के बावजूद चले इस बर्बर पुलिस दमन को सरकार का गरीब विरोधी चरित्र उजागर करने वाले कृत्य के रूप में चिह्नित करते हुए वामपंथी नेताओं ने यह भी मांग की कि स्थानीय चाय विक्रेता राजेश ठाकुर की मौत के जिम्मेदार जिला प्रशासन के अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो और पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए का तय मुआवजा अविलंब हस्तगत किया जाए.
इन सवालों पर अपना संघर्ष तेज करने के लिए तीनों वामपंथी दलों ने ‘मलाही पकड़ी झुग्गी झोपड़ी बसाओ संघर्ष समिति’ का गठन किया. नेताओं ने कहा कि गरीबों के अधिकार की लड़ाई में अपनी जान गवाने वाले राजेश ठाकुर की स्मृति में कल मलाही पकड़ी चौराहे पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा जिसमें अनेक वामपंथी विधायक भी हिस्सा लेंगे. जल्द ही बिहार के नगर विकास मंत्री व पटना नगर आयुक्त से एक शीर्ष प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा.
बैठक की अध्यक्षता भाकपा–माले के पटना स्थाई समिति सदस्य अशोक कुमार ने की. बैठक में भाकपा के देवरत्न प्रसाद,माकपा के मनोज चंद्रवंशी व भाकपा–माले के रणविजय कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे.