श्री राम चन्द्र प्रसाद सिंह, केन्द्रीय इस्पात मंत्री ने अटल जी के व्यक्तित्व, कृतित्व और वक्तृत्व तीनो से प्रेरणा लेने का आह्वान किया
सुभाष निगम
नयी दिल्ली : केन्द्रीय इस्पात मंत्री राम चन्द्र प्रसाद सिंह ने आज विज्ञान भवन, दिल्ली में “अटल सम्मान समारोह” के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में अपना योगदान देने वाले विजेताओं को अटल सम्मान प्रदान किया |
श्री सिंह ने अपने संबोधन में अटल जी के व्यक्तित्व, कृतित्व और वक्तृत्व तीनो से प्रेरणा लेने का आह्वान किया | उन्होंने कहा, “अटल जी ने जय जवान, जय किसान के साथ जय विज्ञान को जोड़ कर भारत को एक नयी दिशा और दृष्टि दी | अटल जी के समय में जल, थल और आकाश तीनों में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत किया और कारगिल में दुश्मनों को करारा जवाब दिया | आज विज्ञान के क्षेत्र में भारत विश्व के अग्रणी देशों में जाना जाता है |
बिहार में गंगा नदी पर पुलों के निर्माण और विशेषकर कोसी पुल के निर्माण में अटल जी के मार्गदर्शन का बहुत बड़ा योगदान है | वो राजनेता, कवि और बुद्धिजीवी होने के साथ-साथ एक अच्छे प्रशासक भी थे जो सोच को जमीनी स्तर पर लागू करना जानते थे |
स्वर्णिम चतुर्भुज और अन्य योजनाओं के माध्यम से भारत में सड़क और रेल मार्गों में अभूतपूर्व परिवर्तन का दौर अटल जी के समय में प्रारंभ हुआ जिसे मोदी जी के कार्यकाल में एक नयी गति मिली है | अटल जी से पहले के समय में यात्री रेल गाडी की औसत गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा थी जो अब 175 किलोमीटर है | बिहार में 200 लोगो के गाँव तक भी अब बारहमासी सड़क है |
अटल जी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को एक नयी पहचान और छवि दी | हिंदी जानते हुए भी दिखावे के लिए अंग्रेजियत को ओढने वालों को अटल जी से सीख लेनी चाहिए|”