विजय शंकर
पटना: वाणिज्यकर विभाग, बिहार ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के अनेक ठेकेदारों द्वारा किये गए फर्ज़ीवाड़े का पर्दाफाश किया ।
विभाग ने एक सिंडिकेट में शामिल अनेक ठेकेदारों का निरीक्षण किया जो फ़र्ज़ी खरीद के आधार पर करोड़ों के राजस्व की अपवंचना में संलिप्त थे । इस सिंडिकेट का किंगपिन गया में अवस्थि तथा जिसने दिल्ली एवं उत्तरप्रदेश के दो फर्मों से लगभग रू०72 करोड़ का फ़र्ज़ी खरीद दर्शा रखी थी । विभागीय कार्रवाई में गया की यह फर्म अस्तित्वहीन (non-existent) तथा बोगस पायी गयी । गया के इस अस्तित्वहीन फर्म ने राज्य की लगभग 131 फर्मों को बिटुमिन एसीमेंट आदि की बिक्री दर्शा रखी है ।
वाणिज्यकर आयुक्त सह सचिव के निर्देश पर गठित दलों के द्वारा दिनांक12-02-2022 को गया में 03, पटना में 04, सुपौल में 01 तथा बेगूसराय में 02 कुल दस स्थान पर ऐसे बड़े ठेकेदारों के विरुद्ध निरीक्षण की कार्रवाई कीगई जिन्होंने गया की उक्त बोगस फर्म से करोड़ों की खरीद दर्शायी हुई थी ।
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि ऐसी 10 फर्मों ने गया की उक्त फ़र्ज़ी फर्म से करीब रु०48 करोड़ की कागज़ी खरीद दर्शा रखी थी । जांच के क्रम में पाया गया कि बिटुमिन की न तो वास्तविक आपूर्ति हुई और नही किसी रकम का भुगतान हुआ ।
जांच के क्रम में पटना की एक फर्म द्वारा कर ए वं ब्याज कुलरू०52 लाख की पूरी रकम का कैश के द्वारा तत्काल भुगतान भी कर दिया गया जबकि एक फर्म द्वारा रू०20 लाख का आंशिक भुगतान किया गया । आयुक्त सह सचिव ने बताया कि इस सिंडिकेट में शामिल सभी ठेकेदारों के विरुद्ध विभाग द्वारा कठोर कार्रवाई की जाएगी और कर भुगतान नही किये जाने की स्थिति में अरेस्ट करने जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं ।