रांची : नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस के बी 11 कोच बर्थ नम्बर 9 में एक नन्ही परी ने जन्म लिया । रेलवे डॉक्टर दीप्ति झा की टीम ने एक गर्भवती महिला मीना देवी को सुरक्षित प्रसव कराया । डॉक्टर की मानें तो नॉर्मल डिलीवरी हुई। बच्ची प्रीमैच्योर है, लेकिन जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। नवजात शिशु की रुलाई के शब्द गूंजते ही बोगियों में तालियां गूंज उठीं। चेहरों पर सभी के मुस्कान बिखर गई। इसके बाद 108 एम्बुलेंस से रेलवे अस्पताल बरकाकाना में प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रामगढ़ रेफर कर दिया गया ।
उल्लेखनीय है कि बरकाकाना जंक्शन में नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस का स्टॉपेज मात्र 5 मिनट है। लेकिन नन्हीं परि के स्वागत में ट्रेन लगभग एक घंटा 35 मिनट खड़ी रही। यह ट्रेन बरकाकाना सुबह 7:15 में पहुंची थी। जबकि 8:50 बजे रांची के लिए प्रस्थान की।
ट्रेन में महिला के प्रसव कराने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। देखते देखते ट्रेन में सफर कर रहे सहयात्री, रेलकर्मी, पैंट्री कार स्टाफ, टीटीइ, स्टेशन मैनेजर और निबंधित कुली मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सबों ने महिला के डिलीवरी और एम्बुलेंस तक सुरक्षित ले जाने में हर संभव मदद की ।
जानकारी के अनुसार, गुमला के अजय उरांव धर्मपुर शिमला मजदूरी करने गया था। वहां से अपने पैतृक गांव विशनपुर, जिला गुमला अपनी पत्नी व बच्चे के साथ लौट रहा था । तभी टोरी स्टेशन से ट्रेन गुजरने के बाद उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। प्रसव पीड़ा की बात पास ही बर्थ में बैठे पति व महिला सह यात्री को बताई । करीब 40 मिनट बाद ट्रेन बरकाकाना जंक्शन पहुंच गई। इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधक को दिया गया। तत्काल रेलवे अस्पताल को सूचना देकर मौके पर पहुंचने को कहा गया। त्वरित करवाई करते हुए मौके पर महिला रोग विशेषज्ञ डॉ दीप्ति झा अपने टीम के साथ पहुंची। इसके बाद सुरक्षित डिलीवरी कराई। उनके टीम में एसएम पीके गांगुली, टीआई विवेक कुमार, नर्स मुन्नी केरकेट्टा, टूकन आदि ने सराहनीय योगदान दिया।
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले आन्ध्र प्रदेश के गुंटूर में एक महिला ने एक बच्च्ची को आरपीएफ और रेलवे कि चिकित्सा टीम ने ट्रेन में ही सुरक्षित प्रसव कराया था । ककिंदा एक्सप्रेस ट्रेन में 22 वर्षीय शायिक साबी ने बह्ची को जन्म दिया था । सुचना के बाद मरकापुरम स्टेशन पर चिकित्सीय दल रेलवे ने उपलब्ध करवाया और सुरक्षित प्रसव कराया था ।