विजय शंकर
पटना/नालंदा : अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से छठवें दिन अनिश्चितकालीन धरना हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर जारी रहा । धरना की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता कामेश्वर प्रसाद ने की । धरना को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव राजेंद्र पटेल ने कहा कि आज हमारे देश के प्रधानमंत्री जो किसान विरोधी 3 काला कानून लाये हैं उससे साफ जगजाहिर है कि हम मोदी की सरकार संपूर्ण दावेदारी के साथ पूंजीपतियों के पक्ष में खड़ी है और यहां के खेत-खेती, किसानों की किसानी पूंजी पतियों की गुलामी की ओर जा रही है। इसलिए आज एक तरफ देश के आम आवाम मजदूर और किसान मुस्तैदी से कानून के खिलाफ सड़कों पर हैं तो दूसरी तरफ मोदी की सरकार और देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस काले कानून को अमलीजामा पहनाने में मशगूल हैं । किसान कड़ाके की ठंड में इस लड़ाई में अपनी जान गवा रहे हैं, इसकी तनिक भी परवाह इस देश के मुखिया को नहीं है ।
दूसरी तरफ भाकपा माले के जिला सचिव सुरेंद्र राम ने कहा कि मोदी की सरकार जब से सत्ता में आई है, श्रम कानून में संशोधन करके देश के श्रमिकों को पूंजी पतियों की गुलामी और आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन करके जो कारपोरेट घरानों की जमाखोरी करने की खुली छूट दी है, इससे देश के आम आवाम को खाद्य संकट के खतरे में डाल दिया है । आने वाले दिनों में जब देश में मंडिया समाप्त हो जाएगी, खाद्य निगम अनाज का संग्रहण नहीं करेगा, तब जन वितरण प्रणाली की दुकानें भी समाप्त हो जाएगी । इसका असर देश के तमाम आम जनमानस पर पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज देश के किसानों का हौसला इतना बुलंद है कि वह किसी भी कीमत पर सरकार के द्वारा लादे गए कृषि विरोधी काले कानून को नहीं मानने वाले हैं । धरना को अखिल भारतीय किसान महासभा के हिलसा प्रखंड सचिव दिनेश कुमार यादव, भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य रामदास अकेला , इंकलाबी नौजवान सभा के नालंदा जिला सचिव वीरेश कुमार, नगीना पासवान, अरुण सिंह आदि दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया ।