सुबोध,
किशनगंज । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार,नई दिल्ली व बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार,पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय में शनिवार को वर्ष-2022 का अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया । इसका उदघाटन श्री मदन किशोर कौशिक जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार ,श्री कान्त सस्त्री जिला पदाधिकारी सह उपाध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार , डॉ. इनामुल हक़ मेगनु पुलिस अधीक्षक सह सदस्य जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज, रजनीश रंजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज एवं ओम कुमार अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ,किशनगंज के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठ के न्यायिक सदस्य (1) मनीष कुमार ,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय,किशनगंज (2) विवेक भारद्वाज ,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ ,किशनगंज (3) रोहित श्रीवास्तव अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी तृतीय,किशनगंज (4) अपूर्वा नायक, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी,किशनगंज (5) रोहित कुमार गौरव न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी,किशनगंज एवं (6) श्री संदीप साहिल, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी,किशनगंज थे । इन छ: पीठों में गैर न्यायिक सदस्य के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज के पैनल अधिवक्ता क्रमशः मधुकर प्रसाद गुप्ता, प्रभात कुमार रॉय, प्रणव कुमार, प्रियंका वर्मा , प्रांजल कुमार वर्मा, तथा डॉ० बलराम साह की प्रतिनियुक्ति की गई थी । उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 225 मामलें जिसमें अपराधिक शमनीय 195 मामलें, दावा वाद -01 एवं विधुत विभाग के 29 मामलें हैं । बैंक ऋण के कुल 467 मामले में कुल रूपये 2,35,36,975 /- का एवं 12 टेलीफोन बिल से संबंधित मामलों में कुल रूपये 51,371 /- का समझौता हुआ तथा बैंक ऋण एवं टेलीफोन बिल से कुल रिकवरी राशि रु 39,58,520/- हुई । उक्त लोक अदालत के उदघाटन के समय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मदन किशोर कौशिक ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया की पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज रजनीश रंजन ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक करें । उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई ।जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रीय भूमिका निभाई । पक्षकारों को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो इसके लिए जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक-एक पारा विधिक स्वंय सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी ।