नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अंतरराष्ट्रीय वकील सम्मेलन-2023 का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया
subhash nigam
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अंतरराष्ट्रीय वकील सम्मेलन-2023 का उद्घाटन किया और उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल लॉयर्स कांफ्रेंस वसुधैव कुटुम्बकम की भावना का प्रतीक है । देश की आजादी की लड़ाई में वकीलों की भी बड़ी भूमिका रही थी । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, देश के पहले राष्ट्रपति और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और संविधान को बनाने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर भी वकील ही थे ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी देश के निर्माण में वहां की कानूनी बिरादरी की बहुत बड़ी भूमिका होती है । पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कानूनी पेशेवरों के अनुभव ने आजाद भारत की नींव को मजबूत करने का काम किया है । आज भारत के प्रति विश्व का जो भरोसा बढ़ रहा है, उसमें भी भारत की न्याय व्यवस्था की बड़ी भूमिका है । एक दिन पहले ही भारत की संसद ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने का कानून पास किया है । उन्होंने कहा , नारी शक्ति वंदन कानून भारत में महिलाओं के नेतृत्व विकास को नई दिशा और ऊर्जा देगा । भारत में न्यायपालिका और बार काउंसिल हमेशा से ही हमारे देश में कानून के संरक्षक रहे हैं. साइबर-आतंकवाद हो, मनी लॉन्ड्रिंग हो, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो, विभिन्न मुद्दों पर सहयोग के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करना सिर्फ किसी शासन या सरकार से जुड़ा मामला नहीं है । भारत में तो सदियों से पंचायत के जरिए विवादों के निपटारे की व्यवस्था रही है ।
उल्लेखनीय है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने दो दिवसीय 23 और 24 सितंबर को ‘न्यायिक व्यवस्था में उभरती चुनौतियां’ विषय पर अंतरराष्ट्रीय वकील सम्मेलन का आयोजन किया है । सम्मेलन का आयोजन पहली बार काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से किया जा रहा है । दो दिनों के सम्मेलन के दौरान उभरते कानूनी रूझानों, अंतरराष्ट्रीय मुकदमों की चुनौती, लीगल टेक्नोलॉजी तथा पर्यावरण कानून जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी । इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़, हाईकोर्ट के जजों, वरिष्ठ वकीलों समेत देशभर से कानून के क्षेत्र के दिग्गज हिस्सा लेने के लिए आए हैं । केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और यूनाइटेड किंगडम के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर जस्टिस भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं । कार्यक्रम में अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया आर वेंकटरमनी तथा सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी शामिल हैं. साथ ही इस कार्यक्रम के समापन समारोह में देश के गृह मंत्री अमित शाह 24 सितंबर को हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस संजय किशन कॉल, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस पी एस नरसिम्हा समेत कई गणमान्य इस सम्मेलन में शामिल रहेंगे. इस सम्मेलन का उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व वाले कई कानूनी मुद्दों पर ठोस बातचीत और चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना है ।