नेशनल ब्यूरो
नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय ने कोविड घोटाला मामले में मेसर्स लाईफलाइन हॉस्पिटल सर्विसेज से जुड़ी 12.24 करोड़ की संपत्ति जब्त किया है। इस मामले में सुजित पाटकर, डॉ. हेमंत गुप्ता, राजीव सालूंखे और संजय साह भी शामिल हैं। इन संपत्तियों में मुंबई स्थित तीन फ्लैट्स, मुच्चुअल फंड इकाई व बैंक में जमा की गई राशि शामिल है।
इस मामले में पूर्व में मुंबई स्थित आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर पंजीकृत किया गया था। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने मामला दर्ज किया। मामले के अनुसंधान के क्रम में प्रवर्तन निदेशालय ने पाया कि जून 2020 के दौरान वृहद मुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ने विभिन्न कोविड सेंटरों के लिए आईसीयू बेड, ऑक्सीजन आदि के लिए टेंडर जारी किया था। सारी प्रक्रियाओं के बाद यह ठेका मेसर्स लाईफलाइन हॉस्पिटल को स्वीकृत किया गया। अनुसंधान के दौरान यह भी जानकारी मिली कि इस कंपनी ने इस ठेके को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त किया। साथ ही सितंबर 2020 से लेकर जून 2022 तक 32.44 करोड़ की राशि कॉरपोरेशन ने हॉस्पिटल को भुगतान किया। मामले में अनुसंधान जारी है।