मुजफ्फरपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डाॅ. मोहन भागवत ने मुजफ्फरपुर में संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की समाज शक्ति वंदनीय है। संकट काल में इस शक्ति का आभास हमें प्रत्यक्ष मिलता है। कोरोना काल में समाज शक्ति के कारण ही भारत जैसे विशाल देश में इस महामारी का ज्यादा असर नहीं हुआ। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन पर विशेष ध्यान दें।
मुजफ्फरपुर में आज दो बैठकें संपन्न हुई। पहली बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर बिहार के प्रांत कार्यकारिणी के साथ उन्होंने बातचीत की। दूसरे सत्र में संघ की प्रेरणा से चलनेवाले गतिविधियों जैसे- कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, सामाजिक सद्भाव, ग्राम विकास, पर्यावरण गो विकास व संवर्द्धन, के प्रांत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की।
पूजनीय सरसंघचालक जी ने कुटुंब प्रबोधन और सामाजिक समरसता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि परिवार के अंदर संस्कारक्षम हिन्दू वातावरण बनाने की आवश्यकता है। आवश्यकता है कि कम से कम सप्ताह में एक दिन परिवार के सभी लोगों का एक साथ भोजन हो। संगत और पंगत की परंपरा के कारण ही भारत की जीवन परंपरा आजतक चली आ रही है। जो भाई हमसे बिछड़ गये हैं उनको भी इस परिवार के अंदर लाने की आवश्यकता है।
कल पूजनीय सरसंघचालक जी औराई स्थित जैविक कृषि प्रकल्प को देखने जायेंगे एवं शाम को मुजफ्फरपुर के कलमबाग चैक के समीप बनने वाले संघ के प्रांत कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। उसके बाद वापस पटना लौट आयेंगे। पटना में रात्रि विश्राम के बाद 15 को वापस जायेंगे।