जीत के बाद पहली प्रेस वार्ता में कहा, भारत-बांग्लादेश का एक ‘घनिष्ठ मित्र’, द्विपक्षीय रूप से सुलझाएंगे समस्या
नेशनल ब्यूरो
ढाका : बांग्लादेश के आम चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 8 जनवरी को कहा कि भारत बांग्लादेश का एक ‘घनिष्ठ मित्र’ है और दोनों पड़ोसियों ने द्विपक्षीय रूप से कई समस्याओं का समाधान किया है ।
चुनाव में जीत के बाद अपनी पहली प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, ”मैं हमारी (विकास) पहल को जारी रखने के लिए हर देश के साथ अच्छे संबंध चाहती हूं । प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि अगले 5 सालों में उनकी सरकार का मुख्य ध्यान आर्थिक प्रगति पर होगा ।
उन्होंने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष था । हसीना ने कहा, ”अगर कोई पार्टी चुनाव में भाग नहीं लेती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वहां लोकतंत्र नहीं है । भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और श्रीलंका की पूर्व प्रधानमंत्री सिरिमाओ भंडारनायके जैसे वैश्विक नेताओं से तुलना किए जाने पर, हसीना ने कहा, ‘वे बहुत महान महिलाएं हैं. मैं नहीं हूं. मैं बहुत सरल हूं, बस एक आम शख्स हूं.” । उन्होंने कहा, ”जब आप देश चलाते हैं तो आपको खुद को पुरुष या महिला नहीं समझना चाहिए. लेकिन मैं एक मां हूं और लोगों को अपना बच्चा मानती हूं.”
हसीना ने कहा, ”भारत बांग्लादेश का बहुत घनिष्ठ मित्र है. उसने 1971 में और 1975 में भी हमारा समर्थन किया. उसने मुझे और मेरी बहन तथा मेरे परिवार के अन्य सदस्यों को आश्रय दिया ” । अगस्त 1975 में, शेख मुजीबुर रहमान, उनकी पत्नी और उनके तीन बेटों की उनके घर में सैन्य अधिकारियों ने हत्या कर दी थी. उनकी बेटियां हसीना और रेहाना विदेश में होने के कारण बच गईं थीं ।
हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी ने लगातार चौथी बार आम चुनाव में जीत दर्ज की है । साल 2009 से रणनीतिक रूप से अहम दक्षिण एशियाई देश पर शासन कर रहीं 76 वर्षीय नेता ने एकतरफा चुनाव में कुल मिलाकर 5वां कार्यकाल हासिल किया ।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ”हम भारत को अपना निकटवर्ती पड़ोसी मानते हैं. हमारे बीच कई समस्याएं थीं, लेकिन हमने इसे द्विपक्षीय तरीके से हल किया. इसलिए, मैं वास्तव में इसकी सराहना करती हूं कि भारत के साथ हमारे अद्भुत संबंध हैं.” उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष बाकी मुद्दों को भी सुलझा लेंगे । हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास गणभवन में विदेशी मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ”मेरे हर देश के साथ अच्छे संबंध हैं, क्योंकि यही हमारा नीति-वाक्य है.”