नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कांग्रेस सांसद श्री राहुल गांधी नफरत के सौदागर हैं। श्री गांधी मणिपुर के बाद बिहार में अपनी नफरत की दुकान चलाने आए हैं। केंद्र सरकार की कुशल रणनीति के बाद मणिपुर में संघर्ष पर विराम लगा। मगर राहुल गांधी उसे पुनः भड़का कर अपनी दोयम दर्जे की राजनीति चमकाने भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर गए थे। अब बिहार में अल्पसंख्यकों के बीच नफरत के बीज बोने की कोशिश करने सीमांचल पहुंचे हैं। पूर्णिया में अपनी सभा में श्री गांधी ने अल्पसंख्यकों को बरगलाने की हरसंभव कोशिश की। वे कितनी भी कोशिश कर लें, आगामी लोकसभा चुनाव में उनके लिए नो वेकैंसी है। हाल यह है कि एक-एक कर इंडी गठबंधन के लोग बाहर निकल रहे हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस नेता को बिहार में हुए सियासी फेरबदल, सत्ता परिवर्तन और ताजा सियासी हाल पर कोई जबाब देते नहीं बन रहा। उनकी पार्टी और इंडी गठबंधन में भगदड़ मची हुई है। कांग्रेस के कई विधायक पार्टी से बाहर निकलना चाहते हैं। बावजूद उसके श्री गांधी खुद की कमियां छोड़ दूसरों की कमियां गिना रहे हैं। बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को जिस प्रकार कांग्रेस ताने मान रही है। जिस प्रकार अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर रही है। यह उनकी दिशाहीन राजनीतिक अपरिपक्वता को दर्शाता है। इंडी गंठबंधन से जिस प्रकार टीएमसी व जदयू ने किनारा कर लिया। वहीं आप भी पंजाब में गठबंधन करने से इंकार कर चुकी है। उसी प्रकार देश की जनता भी राहुल गांधी से किनारा कर चुकी है। जो पार्टी अपने सहयोगियों को संभाल नहीं सकती, वह देश क्या संभालेगी?
श्री पंाडेय ने कहा कि बिहार की जनता जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की विकास यात्रा के साथ खड़ी है। आज समाज का हर तबका केंद्र की विकास की योजनाओं से लाभान्वित हो रहा है। बिहार में युवा पीएम मोदी के नेतृत्व में नये सपने देख रहा है। मगर राहुल गांधी नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार की जनता राहुल के विचारों को पहले ही नकार चुकी है। उनकी सियासी जमीन बिहार ही नहीं पूरे देश से खिसक चुकी है। सीमांचल की जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली है।