बेगूसराय से कन्हैया कुमार के चुनाव लड़ने पर संशय, CPI ने उतार दिया अपना उम्मीदवार
पीके का कांग्रेस पर तंज, बोले – राजनीतिक दल अपनी समझ से टिकट दे रहे हैं लेकिन बिहार में पदयात्रा करने के बाद मुझे जमीन पर न कहीं कांग्रेस दिखी, न कांग्रेस का झंडा दिखा, न कोई कार्यकर्ता और न ही कोई कार्यक्रम दिखा
नव राष्ट्र मीडिया
पटना।
लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही समय बचा है। ऐसे में देश की सियासत गरमाई हुई है। एक ओर एनडीए ने सीट बंटवारा कर लिया है तो वहीं महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई खास बातचीत नहीं हो पाई। वहीं इसी कड़ी में महागठबंधन ने बेगूसराय लोकसभा को सीपीआई को दे दिया है। बेगूसराय सीट से कांग्रेस के कन्हैया बाबू का पत्ता साफ हो गया। बड़बोले कन्हैया कुमार कांग्रेस के युवा स्टार प्रचारकों में से एक रहे। कांग्रेस ने उनका इस्तेमाल विभिन्न राज्योंके विधानसभा चुनाव में खूब किया। लेकिन टिकट नहीं दिया।
गठबंधनने इस सीट को सीपीआई को दे दी है।
इस पर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज पत्रकारों के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब किसको कौन सी जिम्मेदारी कौन सा दल दे रहा है, ये तो दलों की अपनी समझ है। RJD की जिम्मेदारी तेजस्वी यादव और जगदानंद बाबू पर है अब ये पद उन्हें क्यों दिए ये तो RJD वालें बता सकते हैं। कांग्रेस वाले बता सकते हैं कि वो बिहार में क्या करना चाहती है?
मुझे बिहार में कांग्रेस कहीं गांव-देहात में नहीं दिखी: प्रशांत किशोर
जहां तक मेरा सवाल है तो मैं बिहार में हूं और इसी राज्य में पदयात्रा कर रहा हूं। जहां तक कांग्रेस का सवाल है और कांग्रेस के संदर्भ में मुझसे सवाल का जवाब चाह रहे हैं तो हमको बिहार में कांग्रेस कहीं गांव-देहात में नहीं दिखी। मैं पिछले 17 महीने से पदयात्रा कर रहा हूं मुझे न कहीं कांग्रेस दिखा न कांग्रेस का झंडा दिखा न ही कोई कार्यकर्ता दिखा न ही कोई कार्यक्रम दिखा। इसके बावजूद कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है , अगर बिहार में कोई प्रयास कर रही है तो अच्छा है।