विजय शंकर
पटना: संसद की एस्टीमेट कमिटी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने आज पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट में चल रहे कोविड वैक्सीन निर्माण का जायजा लिया. इस मौके पर उन्होंने कहा “ कोरोना के खिलाफ जारी जंग में भारत द्वारा निर्मित वैक्सीन काफी असरदार साबित हो रहे हैं. पूरी दुनिया में इन वैक्सीनों की जबर्दस्त मांग हो रही है. इसीलिए संसदीय समिति का हमारा प्रतिनिधिमंडल आज यहां आया है. आज के इस दौरे का हमारा उद्देश्य पूरी दुनिया को वैक्सीन सप्लाई करने के लिए जरूरी उत्पादन व वितरण क्षमता की जांच करना था, जिसमें यह संस्थान पूरी तरह से खरा उतरा है.”
कोरोना से जारी युद्ध में भारत की भूमिका की पूरी दुनिया में हो रही प्रशंसा के बारे में बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा “ प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में कोरोना से लड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाये गये क़दमों का मुरीद अब संयुक्त राष्ट्र भी बन चुका है. इस संकट काल में दुनिया भर को वैक्सीन उपलब्ध कराने में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने भारत की जमकर तारीफ करते हुए इस जंग में भारत के एक ग्लोबल लीडर के तौर पर सामने आने की बात कही है. भारतीय नेतृत्व के मानवीय दृष्टिकोण और वैक्सीन की सहायता पर आभार जताते हुए उन्होंने महामारी के मुश्किल दौर में भारत द्वारा 150 देशों के लिए जरूरी दवाइयां, जांच किट, पीपीई और वेंटीलेटर उपलब्ध कराए जाने की प्रशंसा की है. इसके अलावा उन्होंने कोविड वैक्सीन के तेज विकास, व्यापक स्तर पर किए गये निर्माण व विश्वभर में वैक्सीन लगाने के अभियान को आगे बढ़ाने में भारत की भूमिका को अद्भुत बताते हुए, भारत को सक्षम देश भी बताया है.”
उन्होंने कहा “ यह पहली बार नहीं था जब इस जंग में भारत की असाधारण भूमिका की तारीफ विश्व पटल पर हुई हो, बल्कि इससे पहले WHO से लेकर ब्राजील, इजरायल और अमेरिका तक दुनिया के तमाम देश भारत के प्रयासों की सराहना कर चुके हैं. इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स, पुलित्जर विजेता और न्यूयॉर्क टाइम्स के मशहूर कॉलमनिस्ट थॉमस फ्रायडमैन और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व, उनकी सक्रियता और नीतियों की तारीफ़ कर चुके हैं. बहरहाल संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गयी इस हालिया प्रशंसा से प्रधानमन्त्री मोदी की नीतियों पर एक बार फिर से मुहर लग चुकी है वहीं साथ-साथ टीकाकरण की आलोचना करने वालों को भी माकूल जवाब मिल गया है.”