नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना : गोपालगंज में एक युवक को घर से बुला कर चाकू से गला रेतकर हत्या का मामला स्तब्ध कर देने वाला है, इस प्रकार के अपराध से अपराधियों का मनोबल और बढ़ रहा है और आम जनता में भय पैदा हो रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता गुलफीसा यूसुफ ने कहा की राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की बत्तरीन स्थिति वर्तमान में देखने को मिल रही है। बिहार में पिछले वर्ष की तुलना में (जनवरी से मार्च तक) हत्या के मामलों में 6% की वृद्धि , लूट में 4.2% की वृद्धि के आंकड़े सरकार की कानून व्यवस्था की वास्तविकता पोल खोल रही है।
कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है की अपराधि पुलिस और सरकारी ऑफिसर्स को भी नही बख्शा रहे, सरकारी अफसरों को भी अपना शिकार बना रहे हैं , २०२१ में इस प्रकार के १५० मामले दर्ज किए गए।
महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध में बिहार में इस वर्ष के प्रथम तिमाही में 317 बलात्कार के मामले दर्ज होचुके है, महिला सुरक्षा बिहार सरकार बिहार सरकार के लिए जुमला मात्र प्रतीत होता है। NCRB के अनुसार 2021 में महिला से अपराध के 3400 दर्ज हुए है। बेलगाम अपराधियों के प्रति बिहार सरकार का सुस्त रवय्या, सरकार के कार्यशैली और इक्षाशक्ति पर सवाल खड़ा करते हैं।
समय रहते बिहार सरकार को कानून व्यवस्था की स्तिथि को ठीक करना होगा, और बेलगाम अपराधियों पर कानून का लगाम लगाना होगा। बिहार सरकार इसको गंभीरता से ले और अपराध को रोक।