21 जनवरी को नाम का ऐलान, पश्चिम बंगाल की राजनीति में बड़ा बदलाव संभव
बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस कमर कस चुके हैं। अब अल्पसंख्यक वोट बैंक पर निगाह गड़ाकर हुगली के फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने पश्चिम बंगाल में नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। 21 जनवरी को इस पार्टी की घोषणा होने जा रही है। मुसलमानों, दलितों और आदिवासियों को मिलाकर बन रहे इस संगठन से पश्चिम बंगाल की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। असदुद्दीन ओवैसी ने अब्बास के साथ गठबंधन की घोषणा पहले ही कर दी है।
पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कहा, ‘मैं 21 जनवरी को नए संगठन का शुभारंभ करने जा रहा हूं। यह संगठन बंगाल में मुसलमानों, दलितों, आदिवासियों के लिए एक मंच होगा। पिछले कुछ महीनों में कई आदिवासी और दलित प्रतिनिधि मेरे पास आए। मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के नेता भी बातचीत के लिए मेरे पास आए। फिलहाल, हम विधानसभा चुनाव में 60-80 सीटें लड़ने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।’
ओवैसी से मुलाकात के बाद सिद्दीकी ग्रामीण उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर में आयोजित धार्मिक जलसों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं।