वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना; निदेशक, एम्स तथा अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ एम्स से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु जिलाधिकारी ने की बैठक

Vijay shankar

Patna जिलाधिकारी, पटना द्वारा आज एम्स, पटना के सभाकक्ष में वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना; निदेशक, एम्स तथा अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ एम्स से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु बैठक की गई। संस्थान के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट द्वारा बताया गया कि एम्स द्वारा लगभग 4000-5000 मरीजों को प्रतिदिन ओपीडी में तथा 1200 रोगियों को आईपीडी में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि वाल्मी से एम्स के मुख्य द्वार तक हमेशा जल-जमाव की समस्या रहती है। इससे रोगियों, चिकित्सकों, कर्मियों तथा आम जनता को मेन गेट से संस्थान में प्रवेश करने में काफी कठिनाई होती है। उन्होंने कहा कि वाहनों की पार्किंग के लिए कोई चिन्हित जगह नहीं है। इसके कारण एम्स के गेट के चारों ओर का क्षेत्र ट्रैफिक से कंजेस्टेड रहता है। इस इलाके में ट्रैफिक पुलिस की भी कोई सुविधा नहीं है। गेट नं. 4 के बाद एम्स के आवासीय परिसर के पास भी बराबर ट्रैफिक जाम लगा रहता है। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट द्वारा बताया गया कि एम्स के ठीक बाहर सामने वाले इलाके में स्थानीय वेंडर्स द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। एम्स गोलम्बर के पास भी नए वेंडर्स द्वारा अतिक्रमण किए जाने से ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या रहती है। ड्रेनेज की भी समस्या है। एम्स के चारो ओर स्ट्रीट लाईट की आवश्यकता तथा कचड़ा के निष्पादन की जरूरत बताई गयी।

जिलाधिकारी ने कहा कि एम्स एक उत्कृष्ट संस्थान है। इसके द्वारा रोगियों को काफी अच्छी सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। इस संस्थान की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला प्रशासन तत्पर है। अभी यह ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित है। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर को इसे नगर क्षेत्र में शामिल कराने के लिए प्रस्ताव उपस्थापित करने का निदेश दिया गया है। पुलिस अधीक्षक, यातायात को एम्स के नजदीक ट्रैफिक पोस्ट की स्थापना करने हेतु कार्रवाई करने को कहा गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम को सुदृढ़ करने के लिए कार्य किया जा रहा है। बुडको द्वारा एम्स के नजदीक स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम बनाया जा रहा है। इसकी कुल लम्बाई लगभग 11 किलोमीटर है। अधीक्षण अभियंता द्वारा बताया गया कि यह मार्च तक पूरा हो जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके बन जाने से बारिश का पानी तथा अपशिष्ट पानी खगौल लख के पास स्थित एसटीपी तक पहुँच जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था तथा अनुमंडल पदाधिकारियों को एम्स के पास से नियमित तौर पर अतिक्रमण हटाने तथा अवैध वेंडिंग को रोकने के लिए निदेशित किया गया है। फुलवारी गोलम्बर से एम्स के बीच स्ट्रीट लाईट लगाने के लिए कार्रवाई करने हेतु पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है। विद्युत अभियंता को एम्स आवासीय परिसर से अस्पताल तक के क्षेत्र में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने का निदेश दिया गया है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को एम्स के पास कूड़ों का समुचित निस्तारण सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि विद्युत अभियंता, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित सभी संबंधित पदाधिकारियों को एम्स के प्रबंधन से समन्वय स्थापित कर आ रही समस्याओं का समाधान करने का निदेश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी को अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है।

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