सुबोध,
किशनगंज 15 नवम्बर।बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई)के तहत सरकार से बीपीएल छात्रों को मिलने वाली अनुदान राशि का यहा के निजी विद्यालय द्वारा प्राप्ति के बाजजूद विद्यालय में नामांकित बीपीएल छात्रों से भी फीस वसूल ली गई है। अभिवंचित् छात्रों के साथ धोखाधड़ी मामले के खुलासे के बाद आज शहर के सेंट जेवियर्स स्कूल के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिसर(अभाविप)के जिला संयोजक दीपक चौहान के नेतृत्व में छात्रों ने धरना दिया और पांच सूत्री मांग कर विद्यालय के समक्ष नारेबाजी किया।
वही छात्रों ने आरोप लगाया और कहा कि सेंट जेवियर्स स्कूल प्रबंधन बीपीएल छात्रों के साथ धोखाधड़ी किया हैं। इस विद्यालय के द्वारा सरकार से भी छात्रों से लिए सरकार से फीस वसूला और छात्रों से भी फीस वसूला गया। जिसमें उन छात्रों से कहा गया कि सरकार से मिलने वाली अनुदान बंद होने चुकी है।जबकि ऐसा नही है सरकार से आरटीई के तहत हाल में शिक्षा विभाग के मिली भगत से आरटीआइ के रिलिज अनुदान राशि का बंदर बांट हुयी है । उक्त योजना के सफल क्रियाव्यन हेतु प्रत्येक वर्ष अनुदान स्वरूप राशि मुहैया कराई जाती रही है।बीते वर्ष भी हुआ है और सेंट जेवियर्स स्कूल के द्वारा उक्त राशि गवन का प्रशासनिक टीम के द्वारा जांच में खुलाशा भी हो चुका है।इसलिए हमारी मांग है कि सरकारी राशि के गवन मामले में सभी संबधित दोषियों पर कड़ी से कड़ी कर्रवाई की जाए। वही छात्रों की हकमारी राशि व्याज सहित वापसी की मांग करते हैं।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत अभिवंचित् समूह के 06 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा से लाभांवित करने तथा जिसका उद्देश्य 6से14 वर्ष के सभी बच्चों को नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना. छः वर्ष के सभी बच्चों का नामांकन करवाना. कक्षा 1से8 तक की शिक्षा को ‘प्राथमिक शिक्षा’ के रूप में परिभाषित करना. प्राथमिक शिक्षा पूरा होने से पहले किसी भी बच्चे को कक्षा में रोका नहीं जाना है। इस आरटीई योजना के तहत निजी विद्यालय मैं भी 25 फीसदी बीपीएल छात्रों का निजी विद्यालय में भी नामांकन आरक्षित है।जिसमें छात्रों की फीस सरकार द्वारा भुगतान की जाती है।यहा जिले के कई प्रमुख निजी विद्यालय के द्वारा सरकार से भी फीस वसूल ली गयी और उक्त अभिवंचित् छात्रों से भी फीस वसूल ली गयी है।मामले में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने टीम गठित कर निजी विद्यालय का जांच के लिए निर्देशित किया है।वही जानकारी के मुताविक सेंट ज़ेवियर्स स्कूल को प्रशासनिक जांच में दोषी भी पाया गया है।