बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनके करीबी अर्पिता मुखर्जी के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इनके घर से 20 करोड़ नगदी, 20 मोबाइल फोन, 79 लाख के जेवर और विदेशी मुद्रा की बरामदगी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि अर्पिता 12 मुखौटा कंपनियों की मालकिन हैं। इतना ही नहीं पार्थ चटर्जी भी उनके पार्टनर थे। ईडी ने कोर्ट में यह भी बताया है कि अर्पिता ने मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल वित्तीय हेरफेर के लिए किया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम को मुखर्जी के जोका स्थित फ्लैट की तलाशी के दौरान कुछ दस्तावेज़ बरामद किए गए थे जो “ऐसी कंपनियों के होने का समर्थन’ करते हैं। उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारियों को कम पहचाने जाने वाले एक अभिनेता के साथ-साथ ओडिशा एवं तमिलनाडु के अलग अलग प्रोड्क्शन हाउस के लोगों के शामिल होने का शक है।
मुखर्जी ने भी कई बंगाली और ओडिया फिल्मों में काम किया है। अधिकारी ने कहा, “ हमें अर्पिता के जोका स्थित फ्लैट से दस्तावेज़ मिले हैं जो संकेत देते हैं कि वह आर्थिक हेरफेर के लिए कई मुखौटा कंपनियों का संचालन कर रही थी। हमारे पास ऐसी 12 कंपनियों के दस्तावेज़ हैं।
ओडिशा और तमिलनाडु के लोगों की संलिप्तता हो सकती है। इनके बारे में हमारा मानना है कि उन्होंने पैसे को इधर-उधर किया है।”
उ न्होंने कहा, “ हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं क्या अर्पिता ने किसी फिल्म प्रोडक्शन हाउस में निवेश किया है। हमारे पास ऐसा मानने के लिए कई दस्तावेज़, फाइल और हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ हैं।”
उल्लेखनीय है कि अर्पिता मुखर्जी फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की तैयारी की जा रही है।