अरवल ब्यूरो
अरवल । कुर्था प्रखंड प्रमुख अनिल पासवान ने ग्राम पंचायत बारा में मनरेगा योजना के सामग्री भुगतान में तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी से की है । प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को दिए गए आवेदन में उन्होंने उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत बारा में अज्ञात सूत्रों से पता चला है कि मनरेगा योजनाओं में सामग्री मद से भुगतान हेतु एफटीओ निर्माण में बड़े पैमाने पर धांधली बरती गई है। ग्राम पंचायत बारा में वित्तीय वर्ष 2018 ब2019 व 2019 ब2020 और2020 ब 2021 में सात निश्चय योजनाओं से कार्यान्वित योजनाओं को चिन्हित कर सीमांकन किया जाए । साथ ही साथ ग्राम पंचायत बारा में वित्तीय वर्ष 2018 -2019 2019-2020 और 2020-2021 में मनरेगा से क्रियान्वित पक्का योजनाओं को चिन्हित कर सीमांकन किया जाए । ग्राम पंचायत बारा में चारों मद्द सात निश्चय एवं मनरेगा 14 वें वित्त आयोग 15 बे वित्त आयोग के योजनाओं को मिलान किया जाए ताकि योजनाओं को दोहरीकरण को मिलाया जाए जिससे योजनाओं के दोहरीकरण संबंधित अनियमितता का पता लगाया जा सके ।
मनरेगा योजनाओं में पशु शेड निर्माण 28×16 क्षेत्रफल में करना है लेकिन पता चला है कि शेड निर्माण मनमाने ढंग से किया गया है और सरकारी खजाने को चपत लगाया जा रहा है । ग्राम पंचायत बारा में उपयुक्त सभी वित्तीय वर्षों में जो पीसीसी संबंधित कार्य हुआ है उसकी क्षेत्रफल पर आकलन से मिलान किया जाए ग्राम पंचायत बारा में नाली का कार्य मनरेगा योजना से हुआ है उसकी लंबाई को प्राक्कलन से मिलाया जाए ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके । उपयुक्त सभी बिंदुओं पर बिंदुवार जांच होने तक ग्राम पंचायत बारा के सामग्री भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी जाए ताकि सरकारी खजाने से अवैध राशि की निकासी पर रोक लगाई जा सके । चुकी मनरेगा योजना में 100% प्राकलन के उपरांत भुगतान की जिम्मेवारी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को होता है इसलिए उपयुक्त मनरेगा योजनाओं में अगर किसी तरह का कोई गलत भुगतान होता है तो उसके जिम्मेदार मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी होंगे । हालांकि उन्होंने उक्त आवेदन की प्रतिलिपि जिलाधिकारी अरवल, एवं विकास आयुक्त अरवल एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी कुर्था को भी भेजी है ।