अरवल ब्यूरो
कुर्था(अरवल): पंचायती राज विभाग बिहार सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं जनप्रतिनिधियों के पति । हाल ही में पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी द्वारा एक आदेश निकाला गया था कि त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं से संबंधित बैठकों में महिला जनप्रतिनिधि सहित किसी भी जनप्रतिनिधि के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को भाग नही लेने दिया जाए तथा इसका कड़ाई से पालन किया जाएगा । लेकिन जनप्रतिनिधि व अधिकारी इस आदेश को ठेंगा दिखा कर उनके पति, देवर,या कोई सगे संबंधियों को बैठकों में बैठने की अनुमति दे रहे हैं ।
ताजा मामला कुर्था प्रखंड में देखने को मिला जब स्वच्छता मिशन को लेकर ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के क्रियान्वयन को लेकर मनरेगा सभागार में बैठक का आयोजन किया गया था जिसमे सभी जनप्रतिनिधि को इसमें भाग लेने की अनुमति दी गई थी । लेकिन तीन पंचायत के मुखिया ही स्वयं उपस्थित हो सके और बाकी दो पंचायत के मुखिया पति इस बैठक में शामिल हुए । देखने वाली बात यह है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी कुर्था मूकदर्शक बनकर सब कुछ देख रहे थे तथा लोहिया स्वच्छता अभियान के जिला कोर्डिनेटर एवं जिला सलाहकार इस बैठक का मेजबानी कर रहे थे । इस तरह बैठकों में मुखिया पति शामिल होकर महिलाओं को उनके ही अधिकारों से वंचित कर उन्हें चारदीवारी में कैद करने के साथ संविधान व नियमों की धज्जियां भी उड़ा रहे हैं ।