चुनाव आयोग पर गुमराह करने का आरोप — 22 लाख मृतकों की सूची उपलब्ध कराए चुनाव आयोग
विजय शंकर
पटना 8 अगस्त : चुनाव आयोग के पेज से बिहार सहित कई राज्यों के मतदाता सूची को हटाए जाने की खबर मीडिया में आते हीं फिर उस पेज को सही कर लिया गया है।स्क्रीनशॉट में स्पष्ट है कि पेज हटा लिया गया था।
दलों पर चुनाव आयोग द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से लगाए गए आरोप का प्रतिकार करते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि पिछले कई दिनों से लगातार मांग किए जाने के बावजूद चुनाव आयोग द्वारा जारी प्रारुप में हटाए गए मतदाताओं की कैटगरी वाइज सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि लोगों को गुमराह करने के लिए चुनाव आयोग कह रही है कि राजनीतिक दलों द्वारा दावा या आपत्ति नगण्य है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब चुनाव आयोग कह रही है कि मतदाता सूची से 22, 34,501 मृत लोगों का नाम हटा दिया गया है , तो विधानसभा क्षेत्र और मतदान केन्द्र संख्या सहित उनका नाम देने में क्या आपत्ति है। इसी प्रकार स्थानांतरित, दो जगह नाम वाले, अनुपस्थित मतदाताओं के नाम कैटगरी वाइज क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। किस प्रमाणिकता के आधार पर राजनीतिक दलों के बीएलए दावा या आपत्ति दाखिल करेंगे। स्थानीय स्तर पर भी बीएलओ द्वारा बीएलए को यह सूची नहीं दी जा रही है , केवल बीएलए या राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ फोटो खींचवा कर यह सबूत तैयार कराया जा रहा है कि चुनाव आयोग पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ मतदाता पुनरीक्षण का काम कर रही है।
दावा और सुधार के लिए निर्धारित अवधि में आज आठ दिन बीत गए पर राजद सहित इंडिया गठबंधन के दलों द्वारा मांगे गए जानकारी का सही जवाब न देकर चुनाव आयोग द्वारा पार्टी को भेजे जा रहे पत्रों में एक हीं बात को बार-बार दोहराया जा रहा है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा प्रतिदिन जारी बुलेटिन में व्यक्तिगत रूप से किए गए आपत्तियों एवं दावों की संख्या तो बताई जाती है पर नाम और पता सहित उसकी सूची स्थानीय स्तर पर बीएलए अथवा राजनीतिक दलों को उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। इसी प्रकार नये जुड़ने वाले और सत्यापित किए गए मतदाताओं की सूची भी नहीं दी जा रही है। जारी प्रारुप में अभी तक कितने मतदाताओं के नाम सत्यापित हो चुके हैं इसका कोई ब्यौरा राजनीतिक दलों के साथ शेयर नहीं किया गया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल जिस प्रकार से चुनाव आयोग द्वारा किए गए धांधली कि पर्दाफाश किया है बिहार में एसआईआर के नाम पर उससे भी बड़ा धांधली करने की साजिश चल रही है। यह अब प्रमाणित हो गया है कि जिस प्रकार चुनाव आयोग के मिलीभगत से वोटों की चोरी कर भाजपा केन्द्र एवं अन्य राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब रही है बिहार में उससे भी विभत्स तरीके से वह चुनाव आयोग के सांठगांठ से जीत हासिल करना चाह रही है।आखिर क्या कारण है कि चुनाव आयोग के बेवसाइट से राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित बिहार का मतदाता सूची चुनाव आयोग के बेवसाइट से हटा दिया गया है
राजद प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी को शपथपत्र और तेजस्वी यादव से जवाब मांगने वाली चुनाव आयोग क्या यह शपथपत्र देगी कि उसके द्वारा बनाए गए मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी नहीं है ?
