हमले में करीब आधे दर्जन लोग घायल, वक्त पर पहुंची पुलिस तो मंदिर ध्वस्त होने से बच गया 

बंगाल ब्यूरो 

ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका स्थित इस्कॉन राधाकांत मंदिर में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है। ढाका के वारी में लाल मोहन साहा स्ट्रीट पर इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर 200 से अधिक लोगों ने गुरुवार को हमला किया। हमले में सुमंत्र चंद्र श्रवण, निहार हलदर, राजीव भद्र समेत कई लोगों घायल हो गए । अगर सहीं वक्त पर पुलिस नहीं आती तो मंदिर को ध्वस्त करने की योजना सफल हो जाती । घटनास्थल पर अभी भी तनाव है। सौहार्द बनाए रखने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर पर हमला गुरुवार शाम करीब 7 बजे हुआ। हमले के दौरान भीड़ मंदिर में रखी कई कीमती वस्तुएं लूटकर चली गई। हमलावरों ने मंदिर में काफी तोड़फोड़ की है। मंदिर की दीवारें टूट गई हैं। जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें दिख रहा है कि मंदिर में काफी तोड़फोड़ की गई है। जिस समय घटना हुई उस समय होली मानाने को लेकर तैयारियां चल रही थी । 

इस्कॉन टेंपल कोलकाता के वाइस प्रसिडेंट राधारमण ने बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार से हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और देश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं को सुरक्षा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बीती रात को जिस वक्त श्रद्धालू गुरू पूर्णिमा की तैयारी कर रहे थे कि अचानक करीब 200 की संख्या में भीड़ श्री राधाकांता मंदिर में घुस गई और हमला कर दिया। गनीमत ये रही कि उन लोगों ने पुलिस को कॉल कर दिया, जिसके बाद हमलावर वहां से भाग गए। राधा रमण ने आगे बताया कि ये हमला गंभीर चिंता का मामला है। हम बांग्लादेश की सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

पिछले साल बांग्लादेश के कोमिला शहर में नानूर दिघी झील के पास दुर्गा पूजा पंडाल में कथित तौर पर कुरान को अपवित्र किए जाने की खबर फैल गई थी, जिसके बाद हिंसा भड़कने से कम से कम तीन लोग मारे गए थे। इससे पहले ढाका के टीपू सुल्तान रोड और चटगांव के कोतवाली में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं।

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