राज्यपाल के अभिभाषण के बगैर शुरू हुआ बंगाल विधानसभा का बजट सत्र, नहीं मिला राज्यपाल को आमंत्रण
वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य बुधवार को राज्य का बजट पेश करेंगी
बंगाल ब्यूरो
कोलकाता, 05 फरवरी । किसी भी राज्य का बजट सत्र उस राज्य के राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होता है। लेकिन सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत में राज्यपाल सीवी आनंद बोस का अभिभाषण नहीं हुआ। सत्र की मुल्तवी के दौरान दिवंगत नेताओं की याद में शोक प्रस्ताव पारित होने के बाद सोमवार को पहले दिन का सत्र स्थगित कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि इस बार राज्य सरकार की ओर से राज्यपाल को अभिभाषण के लिए कोई जानकारी नहीं दी गई जो बंगाल के इतिहास में पहली बार हुआ है। हावड़ा नगरपालिका विधेयक मंगलवार को पेश किया जायेगा। राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य बुधवार को राज्य का बजट पेश करेंगी।
सोमवार दोपहर तक राजभवन की ओर से राज्यपाल के अभिभाषण के बिना बजट सत्र शुरू करने को लेकर कोई बयान नहीं आया था। लेकिन राजनीतिक हलके में कई लोग इस पूरे मामले को राजभवन की राज्य सरकार के साथ चल रही तनातनी की एक नई कड़ी के तौर पर देख रहे हैं।
इस बार बजट सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होगा, इसका संकेत पिछले शीतकालीन सत्र में ही दे दिया गया था। क्योंकि स्पीकर विमान बनर्जी ने सत्र खत्म किए बिना ही सदन स्थगित कर दिया था। यानी बजट सत्र कोई ‘नया सत्र’ नहीं है। यह शीतकालीन सत्र का ही विस्तार या शेष है। नतीजा यह हुआ कि शुरुआत में राज्यपाल का अभिभाषण नहीं हुआ। हालांकि, अगर सरकार चाहती तो शीतकालीन सत्र आयोजित किया जा सकता था और बाद में चर्चा के आधार पर सत्र समाप्त किया जा सकता था।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच हाल के दौर में वैसी तनातनी तो नहीं दिखाई है। लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी राज्यपाल के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी सहित भाजपा के सभी विधायक शुक्रवार को 5 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र की शुरुआत से पहले बुलाई गई पारंपरिक सर्वदलीय बैठक से दूर रहे।