बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पूरे देश में तेजी से बढ़ते कोविड के संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बंगाल की रैलियां रद्द करने की घोषणा करने के तुरंत बाद चुनाव आयोग ने राज्य में प्रचार पर रोक लगाने की भी घोषणा कर दी है। इसे लेकर आयोग की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी सारी जनसभाएं रद्द कर दी हैं और वर्चुअल जरिए से चुनाव प्रचार करने की घोषणा की है। गुरुवार रात को ही उन्होंने ट्वीट कर यार जानकारी दी थी। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार दोपहर तक ममता बनर्जी के कार्यक्रमों की सूची जारी हो जाएगी। इसके अलावा उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी वर्चुअल जरिए से जनसभा करने की घोषणा की है। उन्होंने लिखा है कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि वह बंगाल में चुनाव प्रचार करने नहीं आएंगे, चुनाव आयोग सक्रिय हो गया और बंगाल में जनसभा पर रोक लगाकर वर्चुअल सभा की अनुमति दी है। यह चुनाव आयोग का असली चेहरा उजागर करने वाला है। आयोग को लोगों की जान की कोई फिक्र नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर सब कुछ हो रहा था। चुनाव आयोग पहले भी प्रचार पर रोक लगा सकता था। बहुत देर हो गई है। मैं भी अपनी सारी जनसभाएं वर्चुअली करूंगा। हालांकि अभिषेक बनर्जी के इस ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि अगर चुनाव आयोग ने रोक नहीं लगाई तो आप खुद ही प्रचार को क्यों नहीं बंद कर दिए। आप की भी तो जिम्मेदारी लोगों की जान के लिए थी।