बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। देश के महत्वपूर्ण प्रेस क्लबों में से एक कोलकाता प्रेस क्लब परिसर में हिन्दुस्थान समाचार के पत्रकार पर हुए बर्बर हमले को अंजाम देने वाला हमलावर अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है। कोलकाता प्रेस क्लब की ओर से मैदान थाने की पुलिस के पास जल्द से जल्द आरोपित को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया गया है। मंगलवार को अपराह्न 3:30 बजे से 4:00 के बीच कोलकाता प्रेस क्लब में ऑल इंडिया एकता फाउंडेशन के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हमले की घटना घटी थी। आयोजक संस्था ने दावा किया है कि हमलावर उनके संगठन का सदस्य नहीं है और ना ही उनसे परिचित है। सूत्रों ने बताया है कि हमलावर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले संस्था के जरिए आत्मसमर्पण करने का आवेदन पुलिस के पास किया है।
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रेस क्लब ने उठाया महत्वपूर्ण कदम
– इधर कोलकाता प्रेस क्लब में हुई इस घातक घटना के बाद यहां पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रेस क्लब में छह महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हमले में घायल पत्रकार ओम प्रकाश सिंह को लेकर क्लब के सदस्यों ने बुधवार अपराह्न महत्वपूर्ण बैठक की है जिसमें थाने के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इसमें निर्णय लिया गया है कि प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन करने के लिए आवेदन करने वाली संस्था को अपना रजिस्ट्रेशन और पता से संबंधित दस्तावेज भी जमा करने होंगे। आयोजक संस्था की ओर से मंच पर 3 लोग और दर्शक दीर्घा में केवल 3 लोग रह सकेंगे। अगर कोई भी अतिथि अथवा विशेष व्यक्ति आते हैं और आयोजक संस्था इस संबंध में प्रेस क्लब को बताता है तो इस नियम में हल्की ढील दी जा सकती है। प्रेस क्लब में प्रवेश के समय किसी भी पत्रकार को आईडेंटिटी कार्ड दिखाने के लिए कहा जा सकता है। निगरानी बढ़ाने के लिए मेन हॉल के प्रवेश पत्र पर एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी। ऐसी घटनाओं पर भविष्य में लगाम लगाने के लिए प्रेस क्लब के दो सदस्यों को मेन हॉल में और पीछे के एसी रूम और बागान में एक व्यक्ति की तैनाती हमेशा रहेगी। क्लब में केवल शाम के समय सदस्यों के साथ ही किसी अतिथि का प्रवेश हो सकेगा। क्लब के अध्यक्ष स्नेहाशीष सूर ने बताया कि पत्रकार के साथ हमले की जो घटना हुई है वह निश्चित तौर पर दुखद है। अपने क्लब में पत्रकार के साथ इस तरह की घटना अचंभित करने वाला है और हमने पुलिस से इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की है।