बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा शुरू की गई एक और परियोजना को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली है। केंद्र ने राज्य सरकार के ‘बांग्लार बारी’ (आवास योजना) प्रोजेक्ट की तारीफ की है। सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में सचिवालय को प्रशंसा पत्र भेजा गया है। इसको लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी काफी उत्साहित हैं। उन्होंने बुधवार को कहा, “यह बहुत गर्व की बात है। 100 दिनों के काम के अलावा इस बार बंगाल हाउस प्रोजेक्ट की दिल्ली में भी तारीफ हुई।
ममता बनर्जी सरकार की कई परियोजनाओं को पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर भारी सराहना मिली है। कन्याश्री-युवश्री, सबुज साथी, 100 दिनों के काम के अलावा, इस बार आवास योजना के लिए भी प्रशंसा मिली है। शहरी क्षेत्रों में, समाज में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए मकान बनाने के उद्देश्य से ‘बांग्लार बारी’ परियोजना शुरू की गई थी। ग्रामीण क्षेत्रों में इस परियोजना का दूसरा नाम ‘बांग्ला अबास योजना’ है। इसकी जिम्मेदारी पंचायत विभाग की है। ‘बांग्लार बारी’ में अब तक डेढ़ लाख घर बन चुके हैं। राज्य का लक्ष्य चार लाख का है। प्रत्येक घर के निर्माण की लागत तीन लाख आठ हजार रुपये है। इसमें से 67 फीसदी राज्य सरकार देती है।
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना की जिम्मेदारी शहरी विकास विभाग को दी थी। इस प्रोजेक्ट का लोगो भी खुद मुख्यमंत्री ने बनाया था। इस बार इस परियोजना की केंद्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार, यह परियोजना घर निर्माण के मामले में पश्चिम बंगाल में सबसे उन्नत है। इस बीच, शहरी विकास मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद अधिक लोगों को घर उपलब्ध कराना है। उनके मुताबिक राज्य में यह परियोजना केंद्र की ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ से काफी बेहतर है।