बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी ने 294 में से 291 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा शुक्रवार को कर दी है। बाकी तीन सीटें उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों की हैं जहां गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। सीएम ममता ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उम्मीदवारों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 50 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। इसके अलावा दलित और महादलित जातियों के उम्मीदवारों को भी बहुतायत में टिकट का बंटवारा किया गया है।
अपनी परंपरागत सीट छोड़ नंदीग्राम से लड़ेंगी चुनाव
– इसके अलावा ममता ने यह भी घोषणा की कि वह अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। यहां से तृणमूल के विधायक और ममता कैबिनेट के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के भारतीय जनता पार्टी में चले जाने के बाद ममता ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इसी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह जो कुछ भी वादा करती हैं उससे पीछे नहीं हटतीं, इसीलिए नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। भवानीपुर जहां से ममता लगातार दो बार विधायक रही हैं, वहां से राज्य के वर्तमान बिजली मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय को टिकट दिया गया है। उधर शुभेंदु अधिकारी ने चुनौती दी है कि नंदीग्राम से ममता बनर्जी को 50,000 से अधिक वोट से नहीं हरा सके तो राजनीति छोड़ देंगे। वैसे 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने भवानीपुर विधानसभा केंद्र में बेहतर प्रदर्शन किया था जिसके बाद राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ममता को सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया था। नंदीग्राम अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है और अमूमन मुस्लिम मतदाता ममता बनर्जी के परंपरागत वोटर रहे हैं।
100 नए लोगों को मिला टिकट, 42 मुस्लिम, 79 एससी, 17 एसटी और 65 अनुसूचित को टिकट
पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने राज्य की 294 में से 291 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बाकी तीन सीटें उत्तर बंगाल की सहयोगी पार्टी गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के लिए छोड़ी गई है। कालीघाट स्थित अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब ममता ने घोषणा की है कि इस बार 100 नए लोगों को टिकट दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार से किसी भी तरह से समझौता नहीं करती है। सीएम ने बताया कि कुल 42 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। इसके अलावा 79 एससी उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है जबकि 17 एसटी लोगों को उम्मीदवार बनाया गया है। कम से कम 100 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 साल से कम है। इनमें से 30 की उम्र 40 साल से भी कम है। 65 सीटों पर अनुसूचित जातियों के उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है यानी अनुसूचित उम्मीदवार ना केवल आरक्षित सीटों पर बल्कि जनरल सीट पर भी चुनाव लड़ रहे हैं।