बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। यूक्रेन से लौटे छात्रों की शिक्षा पूरी करने की घोषणा पहले ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा कर दिए जाने के बावजूद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। बुधवार दोपहर कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में उन्होंने राज्य के उन छात्रों से बात की जो यूक्रेन से लौटे हैं। इनमें से अधिकतर छात्र इंजीनियरिंग या मेडिकल की पढ़ाई करते थे। ममता ने आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार भी इनकी शिक्षा पूरी करने की व्यवस्था करेगी। इसके बाद उन्होंने आज शाम के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है जिसमें इन छात्रों के लिए समाधान निकालने और इनकी शिक्षा पूरी करने की व्यवस्था की मांग की है।
उन्होंने पत्र में यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की कि यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्र भारत में अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। उन्होंने लिखा, ” छात्रों को समायोजित करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) अधिनियम में संशोधन की जानी चाहिए। मैं आपसे तत्काल हस्तक्षेप के लिए अनुरोध करती हूं। मैं आपसे यह भी अनुरोध करती हूं कि जिस तरह दूसरे राज्यों में लौटने वाले छात्रों को भी इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, एनएमसी द्वारा उठाए जा सकने वाले कदम अन्य राज्यों के लिए भी लागू किए जा सकते हैं। ”
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कई सुझाव दिए, जिसमें राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इन छात्रों के लिए इंटर्नशिप की अनुमति देना और अन्य उम्मीदवारों के बराबर वजीफा का भुगतान शामिल है। इसके अलावा उन्होंने इंजीनियरिंग और मेडिकल के छात्रों के लिए एडमिशन में छूट और कई अन्य सुविधाएं देने की मांग भी उन्होंने अपने पत्र में की है।