बंगाल ब्यूरो 

कोलकाता,। पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण के मतदान से पहले मंगलवार को चुनाव प्रचार करने पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुसलमानों के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया बल्कि केवल उनका वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया। ओवैसी ने कहा कि दीदी और मोदी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दस साल से तृणमूल की सत्ता है, ममता बताए कि उन्होंने इस दौरान मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए क्या काम किया है। आसनसोल में कितने युवाओं को नौकरी दी। बंगाल में सबसे ज्यादा शोषण मुस्लिम अल्पसंख्यकों का हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार को आसनसोल के रेलपार शीतला में एआइएमआइएम प्रत्याशी दानिश अजीज के समर्थन में सभा को संबोधित कर रहे थे। ओवैसी बोले अगर वाकई में भाजपा के खिलाफ तृणमूल लड़ रही है तो आसनसोल से दो-दो बार भाजपा के सांसद कैसे जीते? इस बार चुनाव में जो भाजपा का उम्मीदवार है, क्या वह टीएमसी उम्मीदवार का चेला नहीं था। जो आज टीएमसी में है वही कल भाजपा में जा रहे हैं। इसलिए अपने बीच से नेता चुने। किसी से डरें या घबराएं नहीं। ओवैसी ने शीतलकूची की घटना की निदा करते हुए कहा कि केंद्रीय बलों की गोली से चार बच्चे मारे गए। दीदी क्या उनके भी खून पर राजनीति ही करेंगी। भाजपा कहती है कि शीतलकूची जैसी घटनाएं और दो -चार होंगी। क्या बंगाल में गरीब जनता के खून की कोई अहमियत नहीं है। उनका खून इसी तरह से बहा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी कहती हैं कि खेला होबे, आज हमें फुटबॉल बना दिया गया है। आज हमें हमारे हक से वंचित रखा जा रहा है। बंगाल में 27 फीसद मुस्लिम आबादी है। जबकि सरकारी नौकरी में उनकी हिस्सेदारी मात्र छह फीसद है। बंगाल के जेलों में बंद लोगों में 37 फीसदी मुस्लिम है। उन्होंने कहा कि अपने हक की आवाज उठाना गुनाह है क्या, ममता बनर्जी हमें भाजपा की बी टीम कहती हैं। नंदीग्राम आंदोलन के दौरान जब मुस्लिम सांसदों की टीम आने वाली थी तो तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अनुरोध किया था कि आपलोग मत जाइए लेफ्ट वाले नाराज हो जाएंगे। इसके बावजूद मैं और मुस्लिम लीग के सांसद वहाब साहब नंदीग्राम आए। जब गुजरात जल रहा था, तो यही ममता बनर्जी भाजपा के साथ थी। ममता बनर्जी सिर्फ मुसलमानों के हितैषी होने का नाटक करती हैं। उन्होंने कहा कि ममता खुद को हिदू ब्राह्मण कहती हैं, वह कब तक हम मुस्लिमों का फैसला करेगी। ओवैसी ने 2018 में रामनवमी के दौरान हुए सांप्रदायिक हिसा का जिक्र करते हुए मौलाना इमाददुल रशीदी की प्रशंसा की। उन्होंने आह्वान किया कि बंगाल में मुसलमानों के विकास के लिए उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को चुनना जरूरी है।

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