बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आहूत दो दिवसीय भारत बंद के दूसरे दिन मंगलवार को भी पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्सों में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला है। हालांकि राज्य सचिवालय समेत अन्य सरकारी दफ्तरों में कामकाज सामान्य है। राजधानी कोलकाता में सड़कों पर गाड़ियों की संख्या पर्याप्त है लेकिन कई जगहों पर बंद समर्थक वामपंथी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी है। हालांकि बंद के पहले ही दिन सोमवार को वामपंथी कार्यकर्ताओं ने राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य शहरों में बैंकों के दफ्तरों पर धरना दिया था जिसकी वजह से बैंकिंग सेवाएं बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं।
वामपंथी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मंगलवार सुबह बघायतीन में हड़ताल के समर्थन में मार्च निकाला।
सुबह आठ बजे तक श्यामबाजार के फाइव लेन चौराहे पर वाहनों की संख्या दूसरे दिन के मुकाबले कुछ कम रही।
वामपंथी कार्यकर्ताओं ने आज सुबह करीब आठ बजे उत्तर 24 परगना के बारासात के कॉलोनी चौराहे पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 को जाम कर दिया।
हड़तालियों ने पूर्वी मिदनापुर के चांदीपुर में आज सुबह आठ बजे से 116-बी राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। दीघा जाने वाली इस सड़क पर जाम लगने से काफी समस्याएं हुई हैं। नाकाबंदी का नेतृत्व सीपीएम के जिला सचिव निरंजन साहा ने किया।
कूचबिहार में अभी भी निजी बसें नहीं चल रही हैं। कुछ जगहों पर दुकानें भी बंद हैं। पुलिस की सुरक्षा में सरकारी बसें चल रही हैं। इसके अलावा वामपंथी कार्यकर्ताओं ने आज सुबह बीरभूम के रामपुरहाट में जुलूस निकाला। बस स्टैंड से सटा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 दस मिनट तक जाम रहा।
वामपंथी कार्यकर्ताओं ने आज सुबह करीब साढ़े छह बजे पश्चिमी मिदनापुर के दासपुर में घटाल-पांशकुरा राज्य मार्ग को जाम कर दिया।