बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पूरे देश में मौत का पर्याय बन चुके कोविड-19 महामारी पश्चिम बंगाल में विकराल रूप ले चुकी है। इसने एक और उम्मीदवार को मौत की नींद सुला दी है। राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना के खरदह विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल विश्वास ने रविवार को दम तोड़ दिया है। कोलकाता के बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती थे। पिछले तीन दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था जहां रविवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। 22 अप्रैल को छठे चरण के मतदान वाले दिन खरदह विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग हुई थी। उसी दिन वह बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती हुए थे और रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। आरोप लगा था कि वह पहले से ही पॉजिटिव थे लेकिन उसी हालत में चुनाव प्रचार करते रहे और लोगों के घर-घर भी घूमते रहे। रविवार सुबह 9:45 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली है। वह खरदह नगरपालिका के पूर्व प्रशासक भी थे।
सीएम ममता ने जताया दुख
– मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि काजल विश्वास की कोविड-19 से मौत सूचना मिली है। यह बहुत दुखद है। उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उन्हें इस दुख की घड़ी में हिम्मत प्रदान करें।
गौर हो कि पश्चिम बंगाल में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह से ही कोविड-19 महामारी ने विकराल रूप लेना शुरू कर दिया था लेकिन चुनाव आयोग मौन बना रहा और रैलियों की भीड़ होती रही जिसमें लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक एक दिन में 14281 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं जो अब तक का सर्वाधिक है। छठे चरण के चुनाव के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सभी रैलियों वर्चुअल करने की घोषणा की तब जाकर चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों को वर्चुअल करने और 500 से कम संख्या में लोगों को लेकर छोटी रैलियों की अनुमति दी है। चुनाव आयोग की इस लेट सक्रियता को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।