बंगाल ब्यूरो 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार जीतकर हैट्रिक दर्ज कर चुकी है और बनर्जी मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने की तैयारी में जुटी है। दूसरी ओर राज्य भर में तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सितम टूट पड़ा है। राज्य भर में भाजपा दफ्तरों में आग, कार्यकर्ताओं के घरों में तोड़फोड़ और उन्हें मौत के घाट उतारने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। चिंताजनक यह है कि रविवार शाम से जीत की तस्वीर स्पष्ट होने के बाद ही हिंसा की शुरुआत हो गई थी। उसके बाद मुख्यमंत्री कई बार मीडिया के सामने आईं, कई निजी चैनलों को साक्षात्कार भी दी, लेकिन इन तमाम घटनाओं पर एक शब्द भी नहीं बोली हैं। यहां तक कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा उन्हें फोन कर हालात की जानकारी देने और राज्य भर में शांतिपूर्वक माहौल सुनिश्चित करने के अनुरोध के बावजूद पुलिस अधिकतर हिंसा की घटनाओं में कानून का अनुपालन करने वाली एजेंसी के बजाए मूकदर्शक नजर आ रही हैं।
नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पराजित करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शुभेंदु अधिकारी पर हल्दिया में हमला कर दिया। कोलकाता के कई इलाकों में हिंसक घटनाएं हुईं।
कोलकाता के काकुड़गाछी में भाजपा समर्थक की हत्या कर दी गयी, जबकि साल्टलेक, न्यूटाउन, भांगड़ में रात भर अशांति जारी रही। शिवपुर-हावड़ा में भाजपा समर्थक की दुकान में दिन-दहाड़े लूट का मामला भी प्रकाश में आया है। मौके पर खड़ी पुलिस ने सब कुछ देखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
बांगुड़ एवेन्यू, बड़ाबाजार में तृणमूल समर्थकों ने जीत के बाद दबंगई दिखायी। राज्य के अन्य कई जिलों में भी भाजपा समर्थकों पर हमले जारी हैं। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर उसकी पार्टी का दफ्तर जलाने और शुभेंदु अधिकारी के साथ हाथापाई करने का अरोप लगाया है।

भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हुगली जिले में उसके पार्टी कार्यालय को रविवार को आग लगा दी और शुभेंदु अधिकारी समेत उसके कुछ नेताओं के साथ हाथापाई की। पार्टी ने कहा कि यह सब तब किया गया, जब चुनाव परिणामों में दिखा कि ममता बनर्जी की पार्टी बंगाल में अपनी सत्ता कायम रखने वाली है।
हुगली में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को सजा दी जायेगी। स्थानीय भाजपा नेता ने दावा किया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी की प्रत्याशी सुजाता मंडल की हार होने के तुरंत बाद पार्टी के आरामबाग कार्यालय को आग लगा दी।

राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या और हिंसा पर बोले दिलीप, नियंत्रण से बाहर हालात

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद से लगातार राज्य भर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या, घरों में लूटपाट, तोड़फोड़ और आगजनी को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि हिंसा सीमा से बाहर हो रही है। उन्होंने कहा कि तृणमूल की जीत के बाद राज्य के हर एक विधानसभा क्षेत्र से भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले और हत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं। 24 घंटे के दौरान छह लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है। हजारों कर्ताओं के घरों को तोड़ा गया है। उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल तक एक ही जैसी स्थिति है हालात भयंकर हैं। पुलिस वाले कह रहे हैं कि हम लोग कुछ नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि जगदल में शोभा रानी मंडल की हत्या कर दी गई है। उनका बेटा बूथ कार्यकर्ता था। उसे मारा पीटा जा रहा था जिसे बचाने शोभारानी गई थी लेकिन उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया गया। राणाघाट में उत्तम घोष नाम के भाजपा कार्यकर्ता की हत्या की गई है। बेलियाघाटा में अभिजीत सरकार को मौत के घाट उतारा गया है सोनारपुर में हारान अधिकारी को मारा गया है। पीट-पीटकर उसकी हत्या की गई। सीतलकुची में मानिक मैत्र नाम के 19 साल के भाजपा कार्यकर्ताओं को प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई है। आईएसएफ के भी एक कार्यकर्ता को बम से उड़ा दिया गया है। मतगणना के 24 घंटे भी नहीं बीते हैं कि यह हालात हैं। समझा जा सकता है कि परिस्थिति कितनी भयावह है और कितनी बिगड़ेगी। दिलीप घोष ने कहा कि हमने प्रशासन के अधिकारियों के साथ बात की है। पुलिस के सामने हिंसा हो रही है। हमारे हजारों कार्यकर्ता घर छोड़कर भाग गए हैं। उन्हें जगह-जगह रखने की व्यवस्था की गई है। अगर राज्य सरकार हालात संभालने में सफल नहीं हुई तो और स्थिति बिगड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि मतगणना के बाद राज्य भर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले शुरू हो गए हैं। नंदीग्राम में जहां से ममता बनर्जी हारी हैं, वहां भी भाजपा के दफ्तर में आग लगा दी गई है। पूर्व बर्दवान से एक वीडियो सामने आया है जिसमें जीत का जश्न मनाते हुए रैली निकाल रहे तृणमूल कार्यकर्ता रास्ते में पड़ने वाले घर के अंदर घुस गए और उसकी छत को लाठियों से पीटकर तोड़ डाला। वहां मौजूद लोगों को मारा पीटा गया। यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया है।

हिंसा को लेकर बंगाल पुलिस ने राज्यपाल को किया आश्वस्त : शांति बहाली सुनिश्चित करेंगे

कोलकाता,। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जबरदस्त जीत के बाद से ही राज्य भर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्याएं, उनके घर और दफ्तरों पर हो रहे लगातार हमले, आगजनी, लूटपाट को लेकर बंगाल पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस मामले को लेकर सोमवार को पुलिस महानिदेशक पी नीरजनयन और कोलकाता पुलिस कमिश्नर सोमेन मित्रा को तलब किया था। अपराह्न के समय दोनों ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से राजभवन में मुलाकात की है। पी नीरजनयन ने राज्यपाल को आश्वस्त किया है कि राज्य भर में हिंसा की जो घटनाएं हो रही हैं, उस पर पुलिस ने मामले दर्ज करने शुरू किए हैं और कार्रवाई भी हो रही है। शांति बहाली हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी।
कोलकाता पुलिस आयुक्त ने भी राज्यपाल को आश्वस्त किया कि कोलकाता शहर में इस तरह की घटनाएं बहुत कम हैं, अगर कहीं होती भी हैं तो पुलिस पहले से इसके लिए सतर्क है।
इस मुलाकात की तस्वीरें भी राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने ट्विटर पर साझा की है। इसमें उन्होंने कहा है, “पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त से मैंने राज्य भर में हिंसा आगजनी और लूटपाट की घटनाओं पर वार्ता की है।”
” इस तरह की घटनाएं राज्य भर में खतरनाक परिदृश्य का संकेत है। मैंने इन अधिकारियों से राज्य में कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए सभी कदम उठाने का निर्देश दिया है। राजनीतिक हिंसा और अराजकता की अनदेखी नहीं की जा सकती क्योंकि यह लोकतांत्रिक ताने-बाने को कमजोर करता है। लोगों से अपील है कि वे शांति बनाए रखें। ऐसे समय में सद्भावना को बढ़ावा देने की जरूरत है।”, अपने दूसरे ट्वीट में राज्यपाल ने कहा।
तीसरे और आखरी ट्वीट में राज्यपाल ने दावा किया है कि राज्य भर में हिंसा में नौ लोगों की जान जा चुकी है और कई घायल हैं।

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