बंगाल ब्यूरो 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद राज्यभर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या, महिलाओं से दुष्कर्म और घरों दफ्तरों में आग तोड़फोड़ और लूटपाट का संज्ञान आखिरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है। मंगलवार दोपहर के समय पीएम ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन किया था और राज्य में जारी हालात पर विस्तृत बातचीत की है। राज्यपाल ने उन्हें बताया है कि चुनाव परिणाम में तृणमूल की जीत स्पष्ट होने के साथ ही राज्य भर में भारतीय जनता पार्टी और अन्य विपक्षी कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएं शुरू हो गई थीं। बड़े पैमाने पर भाजपा कार्यकर्ता इसके शिकार हुए हैं। बीरभूम जिले के नानूर में भाजपा की दो महिला पोलिंग एजेंट के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। उसमें से एक का अपहरण भी कर लिया गया था। इसके अलावा नानूर के 12 गांवों में भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं को यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है। दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, उत्तर 24 परगना व अन्य इलाकों में भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके परिजनों को मौत के घाट उतारा गया है। राज्यपाल ने पीएम को यह भी बताया है कि स्थानीय प्रशासन तमाम मामलों में मूकदर्शक के अलावा और कोई भूमिका नहीं निभा रहा। बार-बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध के बावजूद हिंसा नहीं थम रही है। उल्टे सीएम ने एक बयान देकर हिंसा को और भड़काया है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने शांति की अपील करते हुए कहा था कि चुनाव के समय सेंट्रल फोर्स और भाजपा ने काफी अत्याचार किया है। सीएम के इस बयान के बाद हिंसा और बढ़ गई थी क्योंकि इसका एक अर्थ यह भी था कि भाजपा ने अत्याचार किया है इसलिए अब उनके कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। राज्यपाल ने पीएम से हालात सुधारने के लिए हस्तक्षेप की मांग भी की है।

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