बंगाल की जनता ने दीदी को जिताया पर वह एक बुआ बनकर रह गयीं : मोदी
ब्रिगेड परेड मैदान पहुंचे पीएम मोदी, जय श्री राम से कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के शीर्षस्थ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभा स्थल पर जैसे ही पीएम का काफिला ब्रिगेड परेड मैदान में पहुंचा, यहां लाखों की संख्या में मौजूद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय, वंदे मातरम, पीएम मोदी जिंदाबाद, भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, जय श्री राम के नारे लगाकर पीएम का स्वागत किया। मंच पर मौजूद अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती सहित अन्य प्रदेश और केंद्र के नेताओं ने खड़े होकर तालियां बजाकर पीएम मोदी का मंच पर स्वागत किया। मंच पर चढ़ते ही पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर मैदान में मौजूद कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया और मंच पर मौजूद भाजपा नेताओं को नमस्कार करते हुए अपनी सीट तक पहुंचे। पीएम मोदी ने बांग्ला भाषा में संबोधन की शुरुआत की और कहा कि यह भीड़ बताती है कि बंगाल में इस बार दीदी की विदाई तय है और भाजपा की सरकार बनेगी। बंगाल के लोगों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि चुपचाप कमल छाप। उन्होंने कहा कि आपके एक वोट की ताकत कश्मीर से लेकर अयोध्या तक देखी है और इस बार जोर से छाप, हो जाये टीएमसी साफ।
इधर कोलकाता में लैंड करने के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि कोलकाता में उतर चुका हूं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ के समक्ष पहुंचने के लिए उत्साहित हूँ । थोड़ी देर बाद अपराहन 2:00 बजे के करीब प्रधानमंत्री का टॉपर ब्रिगेड परेड मैदान के पास रेस कोर्स मैदान में पहुंचा। पीएम का हेलीकॉप्टर देखते ही मंच पर वंदे मातरम और पीएम जिंदाबाद के नारे लगने लगे थे। हेलीकॉप्टर से उतर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ी हुई दाढ़ी सफेद कुर्ता पजामा और भाजपा का चुनाव चिन्ह अंकित अंग वस्त्र की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुई है । उन्होंने हाथ जोड़कर बंगाल के लोगों का अभिवादन किया है। इधर ब्रिगेड परेड मैदान में प्रधानमंत्री के पहुंचते ही हैं भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे काफी देर तक लगते रहे। लाखों की संख्या में लोग यह नारे लगा रहे थे जिसकी वजह से पूरा क्षेत्र गुंजायमान था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने उत्तरीय पहनाकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। बंगाल में महा गुरु के नाम से विख्यात मिथुन चक्रवर्ती ने भी पीएम को पट्टा पहनाया । इसके बाद प्रधानमंत्री ने उनका हाथ पकड़कर उनके कंधे को थपथपाया। पीएम से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने संबोधन किया और 200 से अधिक सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जीत दिलाने का आह्वान किया। इसके बाद घोष ने प्रधानमंत्री को बोलने के लिए आमंत्रित किया।
भारत माता की जय और वंदे मातरम के साथ संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ” राजनीतिक जीवन में सैकड़ों रैलियों को संबोधित करने का सौभाग्य मिला लेकिन इतने बड़े लंबे कार्यकाल में मैंने कभी इतने बड़े विशाल जन समूह का हमें आशीर्वाद मिला हो ऐसा दृश्य मुझे आज देखने को मिला है। जब मैं हेलीकॉप्टर से देख रहा था मैदान में तो जगह नजर नहीं आ रही है लेकिन मैं देख रहा था सारे रास्ते इतने लोग भरे पड़े हैं जो भागते हुए इधर को आ रहे हैं। मैं नहीं मानता हूं कि वह इधर पहुंच पाएंगे। मैं फिर एक बार इतनी बड़ी तादाद में आप सब आशीर्वाद देने के लिए आए मैं भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं की तरफ से आपको सादर प्रणाम करता हूं। बंगाल की इस धरती ने हमारे संस्कारों को ऊर्जा दी है। बंगाल के इस धरती ने भारत के आजादी के आंदोलन में नए तार बुने हैं। बंगाल के इस धरती ने ज्ञान विज्ञान में भारत का गौरव बढ़ाया है। बंगाल से निकले महान व्यक्तित्व ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त किया है। बंगाल के इस धरती ने एक विधान एक निशान एक प्रधान के लिए बलिदान देने वाले महान सपूत दिया है। ऐसी पावन मिट्टी को मैं अनेक अनेक बार नमन करता हूं।”
मैदान में सात लाख से अधिक लोगों की भीड़ का दावा
प्रधानमंत्री की इस जनसभा में सात लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है। दरअसल यह मैदान कोलकाता का सबसे बड़ा मैदान है और इसकी क्षमता सात लाख लोगों को समेटने की है। हालांकि मैदान के कोने-कोने में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है और आसपास बाहरी सड़कों पर भी लाखों की संख्या में लोग हैं। इस लिहाज से पीएम की यह जनसभा कोलकाता ही नहीं पूरे बंगाल के इतिहास की सबसे बड़ी रैली में से एक हो गई है। विधानसभा चुनाव से पहले व्यापक जनसंपर्क के लिए पांच खंडों में चली भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा यात्रा का समापन हो चुका है और उसी के अंत में पीएम की यह जनसभा हो रही है जिसमें पूरे राज्य से कार्यकर्ताओं का हुजूम कोलकाता की सड़कों पर उमड़ पड़ा है। एक तरह से कहा जाए तो यह भारतीय जनता पार्टी का शक्ति प्रदर्शन है जो सत्तारूढ़ पार्टी की नींदें उड़ाने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा, “ब्रिगेड ग्राउंड के आसपास, एक तरफ स्वामी विवेकानंद जी का जन्मस्थान है, दूसरी तरफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस का निवास स्थान है, एक तरफ महर्षि श्री ऑरोबिन्दों का जन्मस्थान है, तो दूसरी तरफ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्मस्थान है। ये कोलकाता, बंगाल पूरे भारत की बहुत बड़ी प्रेरणा स्थली है। बीते दशकों में ब्रिगेड ग्राउंड में अनेकों बार ये नारा गूंजा है- ब्रिगेड चलो। इस ग्राउंड ने अनेक देशभक्तों को देखा है।बंगाल ने परिवर्तन के लिए ही ममता दीदी पर भरोसा किया था। लेकिन दीदी और उनके काडर ने ये भरोसा तोड़ दिया। इन लोगों ने बंगाल का विश्वास तोड़ा। इन लोगों ने बंगाल को अपमानित किया। यहां की बहन-बेटियों पर अत्याचार किया।”
संबोधन के बीच में बांग्ला में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बंगाल परिवर्तनशील सोच का कद्रदान है और सोनार बांग्ला बनाना चाहता है।” पीएम ने कहा, “इस बार के विधानसभा चुनाव में एक तरफ तृणमूल है, लेफ्ट-कांग्रेस है, उनका बंगाल विरोधी रवैया है, और दूसरी तरफ खुद बंगाल की जनता कमर कसकर खड़ी हो गई है। आज भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए लाखों लोगों का यहां आना, लाखों लोगों का प्रदेश भर में निरंतर आशीर्वाद बनाये रखना। सामान्य मानवी हो, बंगाल के बौद्धिक जन हो, कला जगत के लोग हों, सभी अपना प्रेम और आशीर्वाद बरसा रहे हैं। आज ब्रिगेड ग्राउंड में आप लोगों की हुंकार सुनने के बाद अब किसी को कोई संदेह नहीं रह जाएगा। कुछ लोगों को तो लगता होगा कि शायद आज 2 मई आ गई है।” पीएम ने कहा, “मैं ब्रिगेड ग्राउंड से आपको इस आशोल (वास्तविक) पोरिबोरतोन (परिवर्तन) का विश्वास दिलाने आया हूं।
विश्वास, बंगाल के विकास का। विश्वास, बंगाल में स्थितियों के बदलने का। विश्वास, बंगाल में निवेश बढ़ने का। विश्वास, बंगाल के पुनर्निर्माण का। विश्वास, बंगाल की संस्कृति की रक्षा का। हम पल-पल आपके लिए जिएंगे।हम पल-पल आपके सपनों के लिए जिएंगे। ये विश्वास दिलाने मैं आया हूं। हम सिर्फ चुनाव में नहीं, हम हर पल आपका दिल जीतते रहेंगे । अपने काम के द्वारा, सेवा के द्वारा, समर्पण के द्वारा, परिश्रम के द्वारा।
पीएम ने कहा, “असल परिवर्तन का मतलब ऐसा बंगाल जहा युवाओं को शिक्षा और रोजगार के मौके मिले, लोगों को पलायन के लिए मजबूर न होना पड़े, जहां व्यापार और कारोबार फले-फूले, जहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आए, जहां इक्कीसवीं सदी का आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर हो, जहां गरीब से गरीब को भी आगे बढ़ने का पूरा अवसर मिले। पीएम मोदी बोले-बंगाल अब सोनार बांगला चाहता है। बंगाल अब विकास की ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। जो भी बंगाल से छीना गया है उसे वापस लौटाएंगे ।मोदी ने बताया असल परिवर्तन कैसा होगा, उन्नति सबकी होगी पर तुष्टीकरण किसी की नहीं । पीएम मोदी ने की मिथुन चक्रवर्ती की तारीफ, कहा- उनका जीवन सफलता और संघर्ष से भरा हुआ है।
माकपा-कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वामपंथियों ने तीन दशक तक सत्ता संभाली। कांग्रेस के पुराने नारे को बांग्ला में दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस का काला हाथ तोड़ दो खत्म कर दो। लेकिन आज उसी कांग्रेस के साथ वामपंथी हाथ मिला चुके हैं और उसी कांग्रेस का आशीर्वाद लेकर चल रहा है। पीएम ने कहा कि साथियों वामपंथियों के विरुद्ध ममता दीदी ने परिवर्तन का नारा दिया था। पश्चिम बंगाल में मां माटी और मानुष के लिए काम करने का वादा किया था। लेकिन क्या पिछले 10 सालों में वह परिवर्तन आया जिसके बंगाल की जनता आशा करती थी? क्या किसान पर श्रमिक के कर्मचारी के जीवन में बहुत परिवर्तन आया जो वह चाहते थे? क्या गरीब के जीवन में कोई परिवर्तन आया है क्या? गरीब और गरीब हो ऐसा काम उन्होंने किया है। क्या पश्चिम बंगाल के स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है। क्या पश्चिम बंगाल में युवाओं को रोजगार की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है? क्या बंगाल में उद्योग की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है? क्या दशकों से चली आ रही खून खराब है कि राजनीति में परिवर्तन आया क्या? आज बंगाल में मां माटी मानुष की क्या स्थिति है आप भली-भांति जानते हैं। मां पर गली-गली में हमले होते हैं। घर में घुसकर पर हमले होते हैं। अभी हाल में 80 साल की बूढ़ी मां के साथ जो निर्ममता दिखाई गई है उसमें इन लोगों का क्रूर चेहरा पूरे भारत को दिखा दिया है। पिछले 10 सालों में बंगाल की शायद ही कोई मां बेटी है जो किसी न किसी अत्याचार के कारण रोई नहीं। कोई सवाल ना उठा सके इसीलिए अपराध के आंकड़े छिपा कर बैठे हैं। जो माटी की बात करते हैं वह बंगाल का तिनका तिनका बिचौलियों काला बाजार करने वालों और सिंडिकेट के हवाले कर दिया। आज बंगाल का मानस परेशान है। वह आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता है लूटते हुए देखता है। वह अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते हुए देखता है। और रोजगार के अभाव में पलायन करते हुए देख रहा है। और पूरा बंगाल एक स्वर में कह रहा है और नहीं अन्याय और नहीं अन्याय। यह टीएमसी से सरकार के काम होते दिनों के उद्घोष है। यह उद्घोष पूरे देश को सुनाना जरूरी है। इस दौरान पीएम ने नारे भी लगवाए। भ्रष्टाचार और नहीं , तोला बाजी और नहीं और नहीं कट मनी और नहीं और नहीं सिंडिकेट और नहीं और नहीं बेरोजगारी और नहीं हिंसा और नहीं आतंक और नहीं तुष्टिकरण और नहीं अन्याय और नहीं।
इस नारे के बाद सीधे तौर पर ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दीदी आप ने सुन लिया यह बंगाल के बंगाली की आवाज है। बंगाल के नौजवान बेटे बेटियां एक ही सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया। आपने एक ही भतीजे के मुंह को क्यों चुना? बंगाल के लाखों भतीजे भतीजी यों की आशाओं को पूरा करने के बजाए अपने भतीजे की लालच पूरा करने में क्यों लग गई। आपने भी कांग्रेस की भाई भतीजावाद और परिवारवाद की उस परंपरा को नहीं छोड़ सकती इसके खिलाफ आपने बगावत की थी।
बंगाल को अपनी बेटी चाहिए संबंधी तृणमूल कांग्रेस के नए नारे पर तंज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता दीदी आप केवल बंगाल के नहीं पूरी भारत की बेटी है। ममता के स्कूटी चलाने पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप ने कुछ दिनों पहले स्कूटी चलाई तो हम लोग दुआ कर रहे थे कि आप गिरे नहीं आपको चोट ना लगे नहीं तो जिस राज्य में वही स्कूटी बनी है उसी राज्य को अपना दुश्मन बना लेती। इस बार ममता बनर्जी द्वारा विधानसभा बदलकर के प्रधानमंत्री ने तंत्र केसावर कहा कि अब भवानीपुर जाने की वजह नंदीग्राम मुड़ गई। जब आपकी स्कूटी ने नंदीग्राम में गिरना तय किया तो हम क्या करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला दिवस के 1 दिन पहले मैं बंगाल की जनता को प्रणाम करने आया हूं पुलिस स्टाफ यह धरती है जिसने मां शारदा देवी मातंगिनी हाजरा रानी रासमणि जैसे अनेक होनहार बेटियां भारत को दी। बीते 6 सालों के दौरान केंद्र सरकार के हर योजना के केंद्र में हमारी मां बहन बेटियां रही है। आज गरीब को अपना पक्का घर भी मालकिन के नाम से मिल रहा है। शौचालय बने तो बहन बेटियों को तकलीफ से मुक्ति मिली।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बंगाल में चार करोड़ से ज्यादा जनधन खाता खोला जिसमें से आधे से ज्यादा महिलाओं के हैं । इसमें जो मुद्रा लोन दिया गया उसमें 75% महिलाओं को लाभ मिला। हमने देश की महिलाओं को गैस सिलेंडर दिया तो कोरोना वायरस महामारी के दौरान उन्हें काम आया। पश्चिम बंगाल के लाखों महिलाओं को कोरोनावायरस संकट के समय लाखों सिलेंडर मुफ्त दिए गए। बंगाल में सबसे अधिक समस्या जलापूर्ति की है इसीलिए केंद्र ने नल जल की शुरुआत की लेकिन जब मैं कुछ दिनों पहले हुगली में बंगाल में जलापूर्ति में समस्या की बात उठाई तो तृणमूल कांग्रेस ने झूठ बोलते हुए कहा कि यहां जल की कोई समस्या नहीं है। यह गरीबों के प्रति उनकी संवेदनशीलता है। उन्होंने कहा कि आज जब बंगाल में महिला राज कर रहे हैं तब आजादी के 70 सालों बाद भी हर घर में नल से पानी नहीं आता है। उन्होंने कहा कि बंगाल में जल जीवन मिशन सबसे जरूरी है।
केंद्र के रुपये का दुरुपयोग करने का आरोप ममता बनर्जी की सरकार को लगाते हुए पीएम ने कहा कि बंगाल में डेढ़ करोड़ से ज्यादा परिवारों के घरों में अभी तक नल जल से पानी नहीं पहुंचता है। केंद्र ने करोड़ों रुपए गरीबों के विकास के लिए भेजी लेकिन ममता सरकार ने लोगों तक नहीं पहुंचने दी। इसकी सजा उन्हें मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र ने गरीबों के लिए जो कुछ भी भेजा यहां की राज्य सरकार उसे तिजोरी में बंद कर बैठ गई। ऐसी सरकार को हटाया जाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ घोषणाओं में नहीं बल्कि योजनाओं को तेजी से लागू करने के लिए जाने जाती है। आजकल तो हमारे विरोधी भी कहते हैं कि मैं दोस्तों के लिए काम करता हूं। मैं गरीबी में पला बड़ा। इसीलिए गरीबों का दुख दर्द समझता हूं। और वही मेरे दोस्त हैं। मुझे यह समझने के लिए कोई किताब और वीडियो देखने की जरूरत नहीं पड़ती है। मैं इसका अनुभव करता हूं। इसीलिए मैं दोस्तों के लिए काम करता हूं और मैं दोस्तों के लिए ही काम करूंगा। मैंने अंधेरे में जी रहे बंगाल के सात लाख से अधिक दोस्तों को मुफ्त बिजली दिया है। 90 लाख से अधिक गैस कनेक्शन दिया है। 60 लाख से ज्यादा शौचालय बनवाया है। 25 लाख से अधिक पक्के घर स्वीकृत किया है। गरीब शोषित पीड़ित वंचित दोस्तों को इन योजनाओं का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि चाय बागान में काम करने वाले लोग मेरे विशेष दोस्त हैं क्योंकि चाय से मेरा विशेष नाता है। केंद्र सरकार के प्रयास से चाय बागान के दोस्तों को सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत लाने का निर्णय लिया गया है। गर्भावस्था के दौरान महिला कर्मचारियों को दिक्कत ना हो इसके लिए 1000 करोड रुपए की विशेष योजना का एलान किया है क्योंकि यही मेरे दोस्त है। पीएम ने कहा कि कोविड-19 ने पूरी दुनिया को परेशान किया लेकिन गरीब सबसे ज्यादा परेशान हो गए। इसलिए जब कोविड-19 ने दस्तक दी तो मैंने अपने गरीब हर एक दोस्त को मुफ्त राशन दिया और करोड़ों रुपए बैंक खाते में जमा करवाएं। दुनिया भर में कोविड-19 वैक्सीन महंगी है लेकिन मैंने अपने गरीब दोस्त के लिए सरकारी अस्पताल में मुफ्त में टीका लगाने का प्रबंध कर दिया। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ हिंदुस्तानी मेरे दोस्त हैं सपने लेकर पुरुषार्थ करने वाला हर नौजवान मेरा दोस्त है। हर गरीब के घर में पैदा होने वाला बच्चा मेरा दोस्त है और समस्या यही है कि जब दोस्त दोस्ती निभाते हैं तो इन लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कांग्रेस तृणमूल और अन्य पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले इन गरीबों को यह अपने कब्जे में रखते थे लेकिन अब मैं उनके लिए काम कर रहा हूं तो इन्हें परेशानी हो रही है। मैं पश्चिम बंगाल के अपने दोस्तों के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहता हूं। बंगाल सरकार रोक रही है लेकिन मैं बंगाल के लाखों के दोस्तों के बैंक खाते में हजारों करोड़ रुपए सीधे जमा करना चाहता हूं। बंगाल सरकार रोक रही है लेकिन मैं बंगाल के करोड़ों गरीब दोस्तों को आयुष्मान भारत योजना के तहत पूरे देश में कहीं पर भी ₹500000 तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देना चाहता हूं। अब आप मेरे सारे दोस्त बताइए कि दोस्ती चलेगी या तोलाबाजी?
पीएम ने कहा कि लोगों के इसी जोश की वजह से दीदी की नींद उड़ी हुई है और यह लोग कह रहे हैं कि खेला होबे। यह सारे लोग अनुभवी खिलाड़ी हैं। इन लोगों ने बहुत खेल खेले हैं। कितने ही घोटाले करके गरीबों को लूटा गया है। बंगाल की संपदा को लूटा है। कुछ भी बाकी नहीं छोड़ा। यहां तक चक्रवात पीड़ितों के लिए भेजी गई राशि भी लूट ली गई। तोलाबाजी सिंडीकेट कमीशन के इतने घोटाले किए हैं कि अपने आप में करप्शन ओलंपिक का खेल आयोजित हो जाए। आपने गरीबों की मेहनत की कमाई से लोगों की जिंदगियों से खेला है। आपने चाय बागान में ताला लगा दिया। युवाओं से उनकी नौकरी छीन ली। भर्ती में किस तरह का खेल होता है कि छोटी-छोटी लिस्ट रिलीज होने से पहले किसी के घर में फाइल जाती है तो किसी से मंजूरी ली जाती है। खास लोगों का चयन होता है जो पूरा बंगाल जानता है। अब यह खेल नहीं चलेगा। यह खेल बंद होना चाहिए। यह खेल खत्म होना चाहिए। इस दौरान लोग जोरदार तरीके से नारेबाजी कर रहे थे जिसे लेकर पीएम ने कहा कि दीदी आप यह आवाज सुनिए। हर तरफ यही आवाज है टीएमसी का खेल शेष, खेला खत्म, विकास शुरू।
बंगाल में परिवर्तन का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल के हर एक मतदाता से आग्रह है। इसके बाद बांग्ला में संबोधन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि डरिए मत बंगाल में भाजपा के लिए वोट दीजिए बंगाल को भय से मुक्त कीजिए। बंगाल की जीत भारत की जीत है। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि कोई असफलता में डर में गुस्सा करता है तो उस गुस्से से उसका मोह और बढ़ जाता है। और इंसान लगातार गलतियां करता जाता है गलतियां सोचने लगता है। और अपना ही सब कुछ गवा देता है। वैसे ही गुस्से में मुझे क्या-क्या कहा जा रहा है। मुझे कभी रावण कहते हैं कभी दानव कभी दैत्य। दीदी इतना गुस्सा क्यों? अगर आज बंगाल में कमल खिल रहा है तो इसका कारण वही कीचड़ है जो आपकी पार्टी और आपकी सरकार ने बनाया है। आपने बंगाल को विकास के बजाय बंटवारे की ओर भेजा। ममता ने यहां लूट को बढ़ावा दिया। पीएम ने कहा कि वह दीदी को बरसों से जानते हैं। यह वह दीदी नहीं हैं जिन्होंने वाममोर्चा के खिलाफ आवाज उठाई। दीदी का रिमोट कंट्रोल कहीं और है। इसलिए वह ऐसे बयान दे रही हैं जो बंगाल की परंपरा के खिलाफ है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी को बाहरी कहा जाता है वह कांग्रेस वाले बताएं कि कांग्रेस की स्थापना किसने की। वाममोर्चा जिस कांग्रेस के साथ है वह बताएं कांग्रेस की स्थापना किसने की। तृणमूल कांग्रेस का मूल गोत्र भी कांग्रेस है जबकि भाजपा की स्थापना ही बंगाली सोच से हुई। भाजपा वह पार्टी है जिसकी स्थापना श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की। भाजपा वह पार्टी है जिसकी डीएनए में बंगाल का सूत्र है। भाजपा वह पार्टी है जिस पर बंगाल का अधिकार है। भाजपा यह कर्ज कभी नहीं चुका सकती लेकिन यहां की मिट्टी का तिलक लगाकर बंगाल को विकास की ओर बढ़ाना चाहती है। कमल के फूल में बंगाल की मिट्टी की खुशबू है इसलिए कहा जा रहा है लोकसभा में टीएमसी हाफ और इस बार पूरी साफ। उन्होंने भाजपा
कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि आपके तप त्याग और आपका बलिदान हिंदुस्तान के कोटि-कोटि भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रेरणा देता है। आपकी तपस्या को नमन करता हूं। बंगाल भाजपा का हर एक कार्यकर्ता अन्याय का शिकार हुआ है और हम उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबंध है। आप पूरे जोश और जुनून से बंगाल के घर घर पहुंचे बंगाल में डर के पुराने दिन 2 मई से आगे नहीं बढ़ने वाले हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों का भी आह्वान करते हुए कहा कि बिना किसी राजनीतिक पार्टी के दबाव में आए काम करिए संविधान सबसे ऊपर है। बंगाल के लोगों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि चुपचाप कमल छाप। उन्होंने कहा कि आपके एक वोट की ताकत कश्मीर से लेकर अयोध्या तक देखी है और इस बार जोर से छाप टीएमसी साफ।