कोलकाता, 11 जनवरी । तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान उनकी टिप्पणी को लेकर अभिषेक ने आपत्ति जताई है जिस पर अब जस्टिस गंगोपाध्याय ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग मेरी वजह से बड़ी समस्या में हैं। ईश्वरचंद्र विद्यासागर का जिक्र करते हुए जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, ”कई प्रसिद्ध लोगों ने, जिन्होंने काम करने की कोशिश की है, उन्हें हमेशा नीचे खींचने की कोशिश की गई है। उनके खिलाफ खूब दुष्प्रचार किया गया। यहां तक कि विद्यासागर स्वयं भी विधवा विवाह की प्रथा के दौरान शारीरिक शोषण का शिकार हुए थे।”
न्यायाधीश ने कहा, “कोई भी मामला दर्ज करा सकता है। कोई भी अनुरोध किया जा सकता है। आप कह सकते हैं, मुझे चाँद दे दो। जो (मामले को) सुनेगा वही फैसला करेगा।”
जज ने कहा, “ऐसा लगता है कि मेरे कार्यों और भाषण से एक वर्ग बहुत खतरे में है।”
जज ने सवाल पूछा, “क्या आपने पहले इतनी चोरियां देखी हैं?” क्या आपने नौकरी की बिक्री देखी है?”
उल्लेखनीय है कि अभिषेक ने बुधवार को जस्टिस गंगोपाध्याय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आवेदन में उन्होंने कहा कि न्यायाधीश ने लंबित मामले पर कोर्ट के बाहर टिप्पणी की।