बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक के बाद एक झटके अपनों से ही लग रहे हैं। उनके कैबिनेट में खेल और युवा कल्याण मंत्री तथा पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने इस्तीफा दे दिया है। अब इसे लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई हैं। बाली से विधायक और क्रिकेट जगत की मशहूर हस्ती दिवंगत जगमोहन डालमिया की बेटी वैशाली डालमिया ने इसे लेकर अफसोस जताया है। इसके साथ ही आसनसोल से भाजपा के सांसद और केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लक्ष्मी रतन शुक्ला को भारतीय जनता पार्टी में आने का आमंत्रण दिया है।
शुक्ला की करीबी माने जाने वाली बाली की एमएलए व बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की एमएलए बेटी वैशाली डालमिया ने भी हावड़ा में पार्टी नेताओं की गतिविधि को लेकर असंतोष जताया है। उन्होंने दावा किया कि शुक्ला के साथ-साथ उन्हें भी पार्टी और आम लोगों का काम करने में बाधा दी जा रही है। वह इसकी शिकायत पार्टी नेतृत्व से की है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं निकला है। वह इंतजार कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी को कुछ लोग कीड़े की तरह अंदर ही अंदर खा रहे हैं। पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है, वरन पार्टी छोड़ जाने वालों को ही बाईमान जाता है।
शुक्ला के करीबी नेताओं का कहना है कि लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन वह विधायक पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वह पार्टी के लिए काम करना चाहते थे, लेकिन उन्हें पार्टी के कुछ नेता काम नहीं करना दे चाह रहे हैं। दूसरी ओर अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भाजपा में शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लक्ष्मी रतन शुक्ला के इस्तीफा पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि यदि वह भाजपा में शामिल होना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है। तृणमूल में कोई सम्मानित व्यक्ति नहीं रह सकता है।
दूसरी ओर, कांग्रेस के बंगाल ईकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जो लोग तृणमूल में भी नहीं रहना चाहते हैं और भाजपा में भी शामिल होना नहीं चाहते हैं, उन सभी लोगों को कांग्रेस में स्वागत है। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मी रतन शुक्ला के इस्तीफे को ममता बनर्जी ने स्वीकार कर लिया है। इसके पहले ममता कैबिनेट से परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देकर राज्य के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।