नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो

पटना। भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर का एक तीन सदस्यीय वरिष्ठ वैज्ञानिकों का दल आज दिनांक 14-5-2024 बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) के सदस्यों के साथ एक परिचर्चा आयोजित कर भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के द्वारा किए गये और किए जा रहे अनेक तरह के अनुसंधान का लाभ आम नागरिकों के साथ उद्योग एवं कृषि क्षेत्र को कैसे मिले, के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी दी। दल के सदस्य में वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. ललित वार्ष्णेय, डा. श्री श्रीकांत गुप्ता तथा डा. सयाजी महेत्रे शामिल थे। 

इस अवसर पर उपस्थित वैज्ञानिकों के दल द्वारा भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के कार्यप्रणाली तथा उद्देश्य के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर जो भारत सरकार का उपक्रम है, मुख्य रूप से देश की सुरक्षा एवं प्रगति के लिए परमाणु तथा न्युक्यूलियर शक्ति का इस्तेमाल कैसे हो इस विषय पर काम करती है। लेकिन इस सिलसिले मे ंउसे अनेक तरह के शोध एवं अनुसंधान करना पड़ता है। आज भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के पास सुरक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि, उद्योग तथा अन्य सभी क्षेत्रों में उपयोग होने वाले परिक्षण एवं व्यवहारिक ज्ञान उपलब्ध है। सेंटर द्वारा किए गये अनुसंधान एवं परिक्षण का उपयोग मेडिकल साइंस, पर्यावरण संरक्षण, कचरा प्रबंधन, कृषि उत्पादन एवं इसका प्रबंधन, क्लिन एवं ग्रिन ऊर्जा की उपलब्धता, दूषित जल का शोधन या यूँ कहा जाय तो व्यक्ति, समाज तथा राष्ट्र के प्रत्येक पक्ष से जड़ा है। 

आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से दूषित जल का शुद्धिकरण, कचरा प्रबंधन तथा वायोफुअल के क्षेत्र में हुए अनुसंधान का लाभ कैसे और कौन ले सकते हैं, इस विषय पर केन्द्रीत रहा। वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया कि आज भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के पास हरेक प्रकार के चाहे वह किसी भी स्रोत से रहे हों, उनको शुद्ध किए जाने का अनुसंधान उपलब्ध है जो व्यवहारिक भी तथा कम खर्चिला भी है। इसी तरह विभिन्न स्रोतो से प्राप्त होने वाले कचरा का प्रबंधन के संबंध में भी सेंटर के पास व्यवहारिक ज्ञान उपलब्ध है। गोबर तथा फल सब्जी से प्राप्त होने वाले कचरा से मिथेन गैस बनाने का तकनीक को ग्रामिण क्षेत्रों में आसानी से उपयोग किया जा सकता है। सेंटर इच्छुक उद्योगों को टेक्नोलोजी ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है जिसके आधार पर कोई इद्यमी उद्यम लगा सकता है। सेंटर के पास यह भी सुविधा उपलब्ध है कि किसी व्यक्ति या उद्योग के जरूरत के अनुसार कस्टोमाइज एप्लीकेशन तैयार कर उपलब्ध कर सकता है।

भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के द्वारा उपलब्ध अनुसंधान का लाभ उद्यमी किस प्रकार ले सकते हैं। इस विषय पर भी वैज्ञानिकों द्वारा विस्तृत रूप से जानकारी दी साथ ही इस अवसर पर उपस्थित उद्यमियों के द्वारा पूछे गये अनेक तरह के जिज्ञाषा के सम्बन्ध में भी जानकारी दी।

इसके पूर्व कार्यक्रम में पधारे अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एसोसिएशन के सदस्यगण मौजुद थे, जिसमें एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री मनीष कुमार, पूर्व उपाध्यक्ष श्री अरबिन्द कुमार सिंह, श्री जीपी सिंह, श्री निशीत जयसवाल, श्री बीएन चौबे आदि प्रमुख थे। वैज्ञानिकों के टीम के साथ भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के टेक्नोलोजी ट्रांस्फर तथा कोलेवोरेटर के कंसलटेंट स्टेलेरिन वेंचर प्रा. लि. के निदेशक तथा अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।   

 

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