आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स और उद्योगों के विकास में इसकी भूमिका पर जागरूकता
विजय शंकर
पटना। बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आज दिनांक 02 अगस्त को संध्या आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स और उद्योगों के विकास में इसकी भूमिका’ विषय पर एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य उद्योग जगत को यह समझाना है कि कैसे आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स तकनीक को अपना कर औद्योगिक इकाइयाँ घरेलू एवं वैश्विक प्रतिस्पर्द्धा के इस दौर में अपनी दक्षता, उत्पादन क्षमता और इनोवेशन को बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में उद्योगों को खुली अर्थव्यवस्था के कारण जहाँ एक ओर तीव्र स्पर्द्धा का सामना करना पड़ रहा है वहीं भविष्य में यह चुनौति और अधिक जटिल होने की संभावना है। ऐसे में उद्योगों को अभी तकीनीकी रूप से सशक्त होने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर बीआईटी मेसरा के ए-आई. विशेषज्ञ डा0 श्रीमती स्मिता पल्लवी] कमप्यूटर साईन्स विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सुबास चन्द्र पाण्डेय तथा नाईलेट के एक वरीय वैज्ञानिक श्री अंकित कुमार अतिथि वक्ता के रूप में अपने विचारों को रखा। अतिथि वक्ताओं द्वारा आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स की अवधारणा] उसके व्यवहारिक उपयोग तथा उद्योगों में इसकी प्रभावी कार्यान्वयन पर गहन जानकारी साझा की। वक्ताओं ने बताया कि आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स न केवल उत्पादन प्रक्रिया को स्मार्ट बना सकता है] बल्कि संसाधनों के कुशल उपयोग और निर्णय प्रक्रिया को भी बेहतर करता है। आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स तकनीक स्वाचालित मशीनों और रोबोटिक्स के माध्यम से उत्पादन प्रक्रिया को तेज और अधिक कुशल बनाता है] चैट बौक्स और वर्चुवल असिस्टेन्स ग्राहक सेवा को सातों दिन & चौबीसों घंटे उपलब्ध कराते हैं] बडे डाटा का विश्लेष्ण कर सटिक और त्वरित निर्णय लेने मदद करता है यह बाजार की प्रवृतियों को पहचान कर रणनीति तैयार करने में उपयोगी है] जो उद्योग ए-आई. तकनीक को शीघ्रता से अपनाएगें वे उत्पाद नवाचार लागत नियंत्रण और ग्राहक अनुभव में दूसरे से आगे निकल सकते हैं। सप्लाई चेन की योजना] मांग पूर्वानुमान और इन्भेन्टरी प्रबंधन में भी आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स काफी सटिक समाधान उपलब्ध कराता है जिससे समय और संसाधनों की बचत होती है। वर्तमान में हम सभी साईबर धोखाधड़ी की गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ए.आई. तकनीक साईबर सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है यह सिस्टम में हो रही अनियमितताओं का पता लगाकर सम्भावित साईबर हमलों से पहले चेतावनी दे सकता है। निष्कर्स के रूप में हम कहे तो ए.आई. तकनीक न केवल उद्योगों के वर्तमान समस्याओं को हल करने में सक्षम है बल्कि यह उन्हें भविष्य की अनिश्चितताओं] बढ़ती स्पर्द्धा और वैश्विक बाजार की बदलती मांगों के लिए तैयार करने में भी अत्यन्त सहायक है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री केपीएस केशरी ने अतिथि वक्ताओं तथा भाग लेने आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन का यह प्रयास राज्य के औद्योगिक क्षेत्र को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होनें उद्यमियों से भविष्य की चुनौतियों तथा प्रतिस्पर्द्धा में अपने आपको बनाये रखने के लिए उपलब्ध ए-आई. तकनीक का अधिक&से&अधिक इस्तेमाल करने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन के आईटी एण्ड आईटीईएस एवं सर्विसेस समिति के चेयरमैन श्री अखिलेश कुमार ने किया] जबकि कार्यक्रम का समापन एसोसिएशन के महासचिव श्री अमरनाथ जयसवाल के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम में अध्यक्ष एवं महासचिव के अतिरिक्त उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी] कोषाध्यक्ष श्री अरविन्द कुमार के अलावा उद्योग जगत से जुड़े अनेक उद्यमियों] प्रबंधकों और तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया और ए.आई- को अपनाने को लेकर अपनी जिज्ञासा साझा की।
