विजय शंकर
पटना : भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कल जारी मौद्रिक नीति जिसके माध्यम से रेपो रेट में कोई परिवर्तन न करते हुए इसे 8 प्रतिशत रखे जाने के निर्णय पर बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने प्रसन्नता जाहिर की है।
मौद्रिक नीति पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने कहा कि कोविड महामारी के परिपेक्ष्य में उभरे संकट से देश का उद्योग एवं वाणिज्य उबरने का प्रयास कर रहा है। इस परिपेक्ष्य में हम सबों की आशा थी कि भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं लायेगा। आरबीआई का निर्णय स्वागत योग है। रेपो रेट में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी से बैंकों से मिलने वाले उधार पर ब्याज दर ज्यादा होने से उद्योग एवं वाणिज्य व्यवसाय प्रभावित होगा।
एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी उपाध्यक्ष सुबोध कुमार, अरविन्द कुमार सिंह तथा महासचिव आशीष रोहतगी ने भी आरबीआई द्वारा निर्गत नई मौद्रिक नीति की सराहना करते हुए इसके लिए आरबीआई के गवर्नर को धन्यवाद दिया। उपाध्यक सुबोध कुमार ने देश में डिजीटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डिजीटल लेन-देन को सस्ता बनाने के चिन्तन को सराहना की, साथ ही बैंक के उस चिन्ता का भी स्वागत किया जिसमें आरबीआई गवर्नर ने डीजीटल मुद्रा के साथ साइबर सुरक्षा और डीजीटल धोखाधरी को मुख्य चुनौती के रूप में स्वीकार है।
महासचिव आशीष रोहतगी मानते हैं कि देश विशेषकर औद्योगिक एवं व्यवसायीक गतिविधियाँ कोविड महामारी के नकारात्मक प्रभाव से निकल कर धीरे धीरे अपने आप को पुनर्स्थापित होने की प्रक्रिया में है। रेपो रेट में किसी भी तरह का परिवर्तन न करना देश हित एवं देश की आर्थिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है।