‘‘बिहार स्टार्टअप कॉनक्लेव 2024’’
vijay shankar
पटना : सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में आई क्रांतिकारी परिवर्तन के साथ
सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े विभिन्न टूल्स के सर्वसुलभ होने के
साथ युवा वर्ग के सोंच एवं चिन्तन में बड़े बदलाव देखने को मिल
रहा है। आज युवा वर्ग के पास बहुत सारे बिजनेस आइडिया के साथ-साथ
उनमें जोखिम उठाने का जज्बा है। लेकिन उनके पास अनुभव एवं
संसाधन का आभाव है, जिसके आधार पर वे अपने व्यापार परक चिन्तन को
व्यवहारिक बिजनेस मॉडल में बदल सकते हैं। इसी परिपेक्ष्य में हाल के
दशक में बिजनेस इनक्यूबेशन तथा स्टार्टअप पर पूरे विश्व में काफी
चर्चा हो रहा है तथा इस पर सफलतापूर्वक काम भी हो रहा है। सरकार ने
भी युवा वर्ग के अन्दर विद्यमान ऊर्जा को बाहर निकालने के लिए प्रेरित
करने तथा उन चिन्तन को बिजनेस मॉडल में बदलने के उद्देश्य से
स्टार्टअप नीति लाकर युवाओं को अनेक तरह से प्रोत्साहित कर रही है।
राज्य सरकार ने भी अपने स्टार्टअप नीति के माध्यम से युवाओं को अनेक
तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिए-रु39यान
(बीआईए) अपने प्रांगण में वेंचरपार्क के नाम से एक इनक्यूबे-रु39यान
सेंटर की स्थापना की है जिसके माध्यम से बिजनेस आइडिया को बिजनेस वेंचर
में बदलने के उद्देशय से अनेक तरह के इनक्यूवेश न सहायता दिया जा रहा है।
इनक्यूबेशन सुविधा को और ज्यादा विस्तारित करने तथा राज्य सरकार के
स्टार्टअप नीति को प्रचारित-ंप्रसारित करने के उद्देशाय से बिहार इण्डस्ट्रीज
एसोसिएश न के इन्क्यूबेशन सेंटर ‘वेंचरपार्क’ के द्वारा आज दिनांक 22
जून 2024 को स्थानीय चाणक्य होटल में ‘‘बिहार स्टार्टअप
कॉनक्लेव 2024’’ के नाम से एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया
जिसका थीम रखा गया था ‘Bihar Origin / Bihar based Startup’
कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य सरकार के राज्य उद्योग-ंसह-पर्यटन मंत्री,
माननीय नीतीश मिश्रा के द्वारा किया गया, जबकि इस अवसर पर सिडबी के
उप महाप्रबंधक श्रीमती रशिमी रंजन, भारतीय स्टेट बैंक के
उपमहाप्रबंधक (एसएमई) तरूण कुमार सक्सेना सम्मानित अतिथि के रूप
में कार्यक्रम में भाग लिया। जबकि Agel Investors तथा Startup Eco-system
तथा Mentorship में लम्बा अनुभव रखने वाले Shri Hari Balasubramanian अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशान के अध्यक्ष
के.पी.एस. केशरी ने सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सहित तमाम अतिथिगणों,
वक्तागणों, प्रतिभागियों का स्वागत किया। अपने स्वागत सम्बोधन में
श्री केशरी ने Business Ecosystem में आये परिवर्तन की चर्चा करते बताया कि बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिए-रु39यान के कुछ वरि-ुनवजयठ सदस्यों जिन्होंने अपने जीवन
में उद्यम के क्षेत्र में जो अनुभव हासिल किया है उसे नये लोगों के
बीच पहुंचाने तथा अपना उद्यम लगाने के लिए प्रेरित करने के उद्दे-रु39यय से
व-ुनवजर्या 2015 में वेंचरपार्क के नाम से एसोसिए-रु39यान प्रांगण में
इन्क्यूबे-रु39यान सेंटर की स्थापना की गई। 9 व-ुनवजर्याों के अपनी यात्रा में
बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिए-रु39यान का बिजनेस सेंटर सफलतापूर्वक कर रहा है।
वेंचरपार्क राज्य का एक मात्र बिजनेस इन्क्यूवे-रु39यान सेंटर है।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उद्योग मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि आज वर्तमान समय के युवा बहुत
ही भाग्य-रु39यााली हैं कि उनके पास -सजय़ेर सारी सम्भावनाएं हैं। आज से
25-ंउचय30 व-ुनवजर्या पहले देखें तो युवा वर्ग के पास काफी सीमित सम्भावनाएं
विद्यमान थी अधिकतर लोग नौकरी पाने का उद्दे-रु39यय लेकर ही अपने चिन्तन पर
काम करते थे। पुनः यह भी बड़ी खु-रु39याी की बात है कि आज का युवा
वर्ग नई-ंउचयनई चुनौतियों को स्वीकार करने को तैयार हैं इसका एक
कारण यह भी है कि आज अपना उद्यम अपना स्टार्ट-ंउचयअप को समाजिक स्वीकृति
मिल रही है उन्हें समाज एक सफल आदमी के रूप में इज्जत दे रहा है जबकि
पहले ऐसी स्थिति नही थी। उन्होंने इस अवसर पर जानकारी सा-हजया करते हुए
बताया कि उद्योग विभाग ने आज के दिन 600 स्टार्ट-ंउचयअप का निबंधन कर
उनके साथ काम कर रहा है लेकिन उनका सपना है कि 600 स्टार्ट-ंउचयअप को
जल्द-ंउचयसे-ंउचयजल्द कैसे 6000 किया जाय। उन्होंने एक बात दुहरायी
कि विकसित भारत का सपना तभी ही पूरा हो सकता है जब बिहार विकसित
होगा। राज्य में बड़े निवे-रु39याक तथा बड़े निवे-रु39या तभी आयेगें जब
स्थानीय उद्यमी आगे आयेगें क्योंकि स्थानीय उद्यमी ही बाहर के
निवे-रु39याक के लिए राजदूत का काम कर सकते हैं। राज्य में बड़े उद्योग की
आव-रु39ययकता है लेकिन उससे ज्याद आव-रु39ययकता है कि यहाँ लघु एवं म-हजयौले
उद्योग के ग्रामीण स्तर पर विकसित हों क्योंकि इन्हीं के माध्यम से
रोजगार कर सृजन होगा और बिहार जैसे जनसंख्या वाले राज्य के लिए आव-रु39ययकता
है कि अधिक-ंउचयसे-ंउचयअधिक रोजगार के अवसर सृजित हों। इस दि-रु39याा में
स्टार्ट-ंउचयअप महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम होगा।
उन्होंने आगे कहा कि उनका प्रयास है कि जल्द ही वे राज्य में उद्योग
एवं पर्यटन क्षेत्र में विद्यमान सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए सभी
स्टेकहोल्डर की एक बैठक की जाय।
अपने सम्बोधन में सिडबी के उपमहाप्रबंधक श्रीमती रश्मि रंजन
ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान में स्टार्ट-ंअप अर्थव्यवस्था
का एक बहुत ही सशक्त पिलर बनकर उभर रहा है। समाज के सोच में भी
परिवर्तन आ रहा है। बैंक भी समाजिक व्यवस्था का एक अभिन्न अंग है।
समाज के सोच के साथ बैंक के भी सोच में परिवर्तन आ रहा है। जिनके
पास इनोवे-रु39यान आइडिया है उनके लिए अपना काम -रु39याुरू करने के लिए फण्ड की
कोई कमी नही है। सिडबी स्टार्ट-ंउचयअप इको-ंउचयसिस्टम के साथ बहुत
नजदीकी से जुड़कर काम कर रहा है जिसके लिए अनेक तरह के प्रोडक्ट आज
सिडबी के पास उपलब्ध है।
भारतीय स्टेट बैंक के उप-ंउचयमहाप्रबंधक तरूण सक्सेना ने कहा कि
भारत में स्टार्ट-ंउचयअप कल्चर भारत को ग्लोबल प्लेटफार्म पर हमारी
पहचान बना रहा है। अब स्टार्ट-ंउचयअप के लिए निरा-रु39या होने की आव-रु39ययकता नही
है क्योंकि सभी स्तर पर उन्हें सहायता मिल सकती है ऐसा वातावरण तैयार
हो गया है। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के नीतियों,
कार्यक्रमों एवं बिहार में अपनी उपलब्धियों पर भी संक्षिप्त में चर्चा
की।
Angel Investors and Mentors, Shri Hari Balasubramanian ने अपने
सम्बोधन में कहा कि रा-ुनवजयट्रीय एवं अंतरा-ुनवजयट्रीय स्तर पर स्टार्ट-ंउचयअप
इको-ंउचयसिस्टम की चर्चा करते हुए कहा कि यह बड़े ही संतो-ुनवजया का वि-ुनवजयाय है
कि छोटे से अवधि में स्टार्ट-ंउचयअप अर्थव्यवस्था का एक स-रु39याक्त घटक
बनकर उभर रहा है। बिहार के परिपेक्ष्य में स्टार्ट-ंउचयअप इको-ंउचयसिस्टम की
चर्चा करते हुए उन्होनें कहा कि बिहार में सरकार के स्तर पर स्टार्ट-ंउचयअप
इको-ंउचयसिस्टम को ब-सजय़ाने के प्रयास की गति कम है। केन्द्र सरकार इस दि-रु39याा
में काफी तेजी से काम कर रही है। सरकार सबसे बड़ा खरीददार होता है
जिसके माध्यम से स्टार्ट-ंउचयअप को बहुत सहयोग प्राप्त हो सकता है। चँूकि
बिहार अर्थव्यवस्था कृ-िुनवजया आधारित अर्थव्यवस्था है लेकिन इस क्षेत्र
में जितनी सम्भावनाएं हैं उसका लाभ बिहार को नही मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि अब स्टार्ट-ंउचयअप के लिए पैसा कोई समस्या
नही है यदि किसी के पास इनोवे-रु39यान है तथा उसको कार्यान्वयन करने का
आइडिया है तो पैसा उसके वेंचर के लिए आसानी से उपलब्ध है।
उद्घाटन सत्र के अवसर पर ही बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिए-रु39यान द्वारा बिजनेस
प्लान कंपिटी-रु39यान के माध्यम से आयोजित प्रतियोगिता में बेहतर बिजनेस
आइडिया के लिए चुने गये तीन लोगों को पुरस्कृत भी किया गया। साथ
ही तीन प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।
उद्घाटन सत्र के उपरांत भोजनावकाश तक दो तकनीकी सत्रों का अयोजन किया गया जिसमें पहला Panel
Discussion का विषय था Showcasing of Domestic Startup जबकि दूसरे Panel
Discussion का विषय था Fostering Agritech Innvovation and Startup .
कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री के प्रधान
सचिव-ंउचयसह-ंउचय -िरु39याक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा0 एस0 सिद्धार्थ थे।
उन्होंने इस अवसर पर राज्य के स्टार्टअप नीति तथा राज्य में स्टार्टअप
इकोसिस्टम पर बोलते हुए कहा कि बिहार दे-रु39या के कुछ चुनिन्दा राज्यों
में से एक था जब व-ुनवजर्या 2016 में स्टार्टअप पॉलिसि का निर्धारण किया।
पुनः व-ुनवजर्या 2017 में सरकार की नई स्टार्टअप नीति 2017 लायी गयी तथा
बिहार सरकार ने 500 करोड़ रुपये की एक कॉरपस फण्ड की स्थापना की। उस
समय ऐसी कल्पना की गयी थी कि बिहार को दे-रु39या में स्टार्टअप का हब के रूप
में विकसित किया जाय। लेकिन कोरोना महामारी तथा कुछ कारणों से
आ-रु39याातित प्रगति नहीं हुई लेकिन कोरोना के बाद से राज्य में स्टार्टअप
इकोसिस्टम आगे ब-सजय़ रहा है। सरकार भी राज्य में स्टार्टअप को
ब-सजय़ावा देने के दि-रु39याा में संवेदन-रु39याील है। यदि आव-रु39ययकता हुई तो
सरकार वर्तमान नीति में परिवर्तन कर इसको और ज्यादा आक-ुनवजर्याक बनाने पर
विचार करेगी।
पूरे दिन के कार्यक्रम का सारांश एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आशीष रोहतगी ने रखा, जबकि धन्यवाद ज्ञापन एसोसिएशन के महासचिव गौरव साह
ने दिया।