दो दिन पहले मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जहां की बैठक, वहीं से मिली शराब की खाली बोतलें
न्यूज ब्यूरो
पटना। बिहार में शराब की खाली बोतलें मिलने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कभी दरभंगा के समाहरणालय में तो कभी महुआ थाना परिसर में तो कभी विधानसभा में।
हद तो तब हो गयी जब दो दिन पहले जहां मुजफ्फरपुर के समाहरणालय में के.के.पाठक ने शराबबंदी को लेकर बैठक की वहां आज खाली शराब की बोतल मिली।
ताजा मामला मुजफ्फरपुर के कलेक्ट्रेट परिसर का है जहाँ परिसर के अंदर शराब की खाली बोतलें मिलीं है।
इस संबंध में तैनात पुलिस अफसर ने बताया कि परिसर में 180ml की शराब की चार खाली बोतलें मिली है. बोतल को जब्त कर लिया गया है. वहीं आगे की कार्रवाई जारी है.
आपको बता दें कि इसी सभागार में कल केके पाठक ने शराबबंदी कानून को लेकर मीटिंग भी की थी. ऐसे में मीटिंग के अगले ही दिन शराब की खाली बोतलें मिलना कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
हालांकि पुलिस प्रशासन और मध्य निषेध विभाग के संयुक्त कार्रवाई का शराब कारोबारियों में भय भी दिख रहा है । लेकिन प्राय रोजाना ही दो-चार जिलों में शराब की भरी बोतलें भी बरामद होने की सूचना मिल रही है। इसका मतलब है कि शराब कारोबारियों ने जो समानांतर तंत्र कायम कर लिया है उसके रास्ते वे बखूबी शराब बेचने में सफल हो रहे हैं।