महिला सशक्तीकरण के बिना राज्य का कोई भविष्य नहीं
विजय शंकर
पटना । बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शुक्रवार 30 अक्टूबर को राज्य में दूसरे और तीसरे दौर के चुनाव के लिए पांच चुनावी रैलियों को संबोधित किया। आक्रामक रुख अपनाते हुए नीतीश कुमार ने परबत्ता में एक रैली को संबोधित करते हुए मतदाताओं से कहा, “विपक्ष उनके बारे में झूठ फैला रहा है और वे न तो कोई काम करना चाहते हैं और न ही उनके पास कोई काम का अनुभव है। उनके शासन में, जब पति को गिरफ्तार किया गया था, तब पत्नी ने सत्ता संभाली थी और इसके बावजूद महिला सशक्तीकरण के लिए कुछ नहीं किया। ”
खगड़िया में मतदाताओं को संबोधित करते हुए, बिहार के मुख्यमंत्री ने उनके शाशन में महिला सशक्तीकरण के लिए किए गए कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा, “राज्य में लंबे समय तक महिला सशक्तीकरण की अनदेखी की गई है। मेरा मानना है कि महिला सशक्तीकरण के बिना राज्य का कोई भविष्य नहीं है। लोग महिलाओं को देवी के रूप में पूजते हैं, लेकिन उनके बारे में कुछ सोचते नहीं हैं। हमने उनके उत्थान के लिए काम किया है। हमने उन्हें आरक्षण प्रदान किया, बालिकाओं को स्कूलों जाने के लिए साइकिल दी। महिलाओं ने बिहार के इस विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
खगड़िया की उसी चुनावी रैली में नीतीश कुमार ने कहा, ” मुख्यमंत्री के रूप में मैंने अक्सर खगड़िया का दौरा किया है। 2007 में, जब बाढ़ की आशंका जताई गयी, तो हम लोगों के पास पहुँचे और बाढ़ प्रबंधन के काम को खुद देखा। हमारी सरकार ने हमेशा माना है कि आपदा पीड़ितों का राज्य के खजाने पर पहला अधिकार है। ”
नीतीश कुमार ने मतदाताओं को बताया की जो वादें उन्होंने किये वो उन्होंने पूरा किए। “हमने हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया और हमने इसे हासिल किया। अगर आप हमें दोबारा मौका देंगे, तो हम गांव की सड़कों को सोलर लाइट्स से रोशन करेंगे। ‘
सीतामढ़ी में भी, जो एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, मुख्यमंत्री ने मतदाताओं से कहा कि उनकी सरकार ने जिले में पुलों और सड़कों का निर्माण किया।
शिवहर में एक और रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा, “हमने हर घर बिजली पहुंचा दी, हर घर नल का जल पहुंचाने का काम पूरा होने को है, शौचालय का निर्माण भी कराया। ये सब करने के पीछे जो सोच है, वो ये है कि यदि खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए, शुद्ध पीने का पानी मिल जाए तो लोगों की 90 प्रतिशत बीमारियों से मुक्ती मिल जाएगी।