विजय शंकर
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने एनडीए नेताओं पर शब्दों के प्रयोग में मर्यादा की सीमायें तोड़ने का आरोप लगाया है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अपनी सुनिश्चित हार को देखते हुए एनडीए नेता कुंठित होकर मर्यादा की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं। जिसका जबाब बिहार की जनता देगी।
उन्होंने कहा कि एनडीए नेता अपनी सुनिश्चित हार को देखते हुए इस कदर कुंठित हो गये हैं कि महागठवंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगे हैं और इन व्यक्तिगत टिप्पणियों में भाषायी मर्यादा की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं। हद तो यह हो गई कि केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौवे उन्हें यमराज कहकर यमलोक भेजने की बात करते हैं तो नीतीश सरकार के मंत्री नीरज कुमार तेजस्वी प्रसाद यादव के लिए जालसाज जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं। नरेन्द्र मोदी तो प्रधानमंत्री पद की गरिमा को तिलांजली देते हुए नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के लिए जंगल राज का युवराज जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपने कुंठित मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। हद तो तब हो गई जब अपने भाषणों में महिला सशक्तिकरण की बात करने वाले मुख्यमंत्री पद पर बैठा व्यक्ति अपने बेटे के हम उम्र बाले नेता प्रतिपक्ष पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते-करते हताशा और निराशा में उनके माँ – बहन पर भी टिप्पणी करने में गर्व महशुश करते हैं।
वहीं महागठवंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव बड़े ही शालीनता के साथ इन व्यक्तिगत टिप्पणियों को बड़ों का आशीर्वाद मान कर बिहार और विकास की बात करते हैं। उन्हें बिहार के मतदाताओं पर भरोसा है पर सुनिश्चित हार की संभावना ने एनडीए नेताओं को कुंठाग्रस्त बना दिया है जिसकी वजह से वे समाजिक सरोकार और मर्यादा को भी भूल चुके हैं। इनके चेहरे का मुखौटा उतर चुका है और बिहार की जनता इन्हें पहचान चुकी है और इन्हें जवाब भी बटन दबाकर देगी।