नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना : जद (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व और सधे अंदाज में किए गए विकास कार्यों से कभी बीमार राज्य रहे बिहार में विकास से चमक आई है। इसी कारण मुख्यमंत्री जी के कार्यों की देश – विदेश में प्रशंसा हो रही है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की खुलकर तारीफ की है जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि देश और दुनिया में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एक समाजवादी चेहरा बन चुके हैं।
हालांकि यह सब कुछ आसान नहीं था परंतु मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से ही समाजवाद का आधार बनाकर विगत 16 सालों से बिहार में विकास का काम लगातार करते आ रहे हैं, जिससे बिहार की तस्वीर बदल रही है। जहां समाजवाद के नाम पर परिवारवाद को बढ़ावा देकर लोग अपनी सियासत चमकाने में लगे हैं वहीं नीतीश कुमार जी अपनी राजनीतिक जीवन में कभी भी परिवारवाद को आगे नहीं बढ़ाया बल्कि समाजवाद को आधार बनाकर बिहार को विकसित प्रांत बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने राम मनोहर लोहिया जी, लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी, जननायक कर्पूरी ठाकुर जी और जाॅर्ज फर्नांडिस साहब जैसे महान समाजवादियों को अपना आदर्श मानकर बिहार की सेवा की और बिहार वासियों को अपना परिवार मानते हुए न्याय के साथ विकास का अभूतपूर्व माॅडल दिया। इसी के चलते श्री नीतीश कुमार को विकास पुरुष की संज्ञा मिली है। 1990 और 2005 के बीच बदहाल रहे बिहार जो विकास से कोसों दूर चला गया था उसे विकास की पटरी पर लाने में नीतीश सरकार ने जो भूमिका निभाई उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। मुख्यमंत्री विकास के पक्षधर हैं यह तो साबित हो चुका है लेकिन बिहार को विकसित प्रांत बनाने के लिए जो लगातार प्रयास किया जा रहा है उसमें यदि विशेष राज्य का दर्जा की मांग जो मुख्यमंत्री की ओर से लगातार की जा रही है यदि वह मांग जल्दी पूरी हो जाती है तो निश्चित तौर पर बिहार की सूरत और जल्दी निखर जाएगी। इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है, जिससे बिहार का विकास और चमकीला हो जाएगा।
यही नहीं मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने कुशल नेतृत्व के तहत बिहार के समावेशी विकास के लिए कई सारे ऐतिहासिक फैसले लिए हैं वह भी देश के लिए विकास का विकास माडल बना है।
मुख्यमंत्री ने त्रिस्तरीय पंचायती राज में महिलाओं को 50 फ़ीसदी की हिस्सेदारी देकर देश में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। इसका लाभ आज राज्य की महिलाओं को मिल रहा है। इस तरह बिहार में महिला सशक्तीकरण को को बढ़ावा दिया गया जो देश के लिए महिला सशक्तीकरण के परिप्रेक्ष्य में विकास माॅडल बना है। इतना ही नहीं सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं को आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है, जिससे सरकारी नौकरियों में महिलाओं की संख्या बढ़ी है। महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार की ओर से कई कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में छात्राओं की अभूतपूर्व संख्या बढ़ी है और इस तरह बिहार की महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अति पिछड़ा समाज, अल्पसंख्यक समाज, किसान वर्ग, छात्र समूह, युवा वर्ग समेत समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत हैं। सरकार की कोशिश है कि बिहार एक विकसित प्रांत बने। इसके लिए प्रदेश में विकास के कार्यों को तेज गति से चलाया जा रहा है। सड़क, पानी, बिजली समेत अन्य योजनाओं के विकास के क्षेत्र में भी जो काम किए गए हैं वह भी नीतीश कुमार के विकास माॅडल में शामिल है। उपरोक्त कार्यों की चर्चा से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री जी जिस जनता की सेवा में लगे हैं और जिस तरह से विकास कार्यक्रमों को तेजी से चलाया जा रहा है उससे निश्चित तौर पर बिहार एक न एक दिन विकसित प्रांत बनेगा।