.vijay shankar

पटना, 19 जुलाई :बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को बयान जारी कर राजद को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था पर प्रतिरोध मार्च निकालने के बजाए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव को जंगलराज के उन पीड़ित परिवारों से माफी मांगनी चाहिए जिन्हें लालू-राबड़ी के सरकार में सत्ता संरक्षित अपराधियों ने कई तरह की यातनाएं दी थी और आज भी उनका घाव भरा नहीं है।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजद का प्रतिरोध मार्च जनता को दिग्भ्रमित करने का एक राजनीतिक हतकंडा मात्र है लेकिन यह पूरी तरह से बेअसर और विफल साबित होगा। बिहार की जनता राजद के असली चाल-चरित्र से वाकिफ है और उनके काला इतिहास से भी भली-भांति परिचित है। लालू-राबड़ी के शासनकाल में राज्य का कानून-व्यवस्था भगवान भरोसे था लेकिन आज मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में कानून का राज कायम है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अब कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते हैं। अपराध के खिलाफ जीरो टाॅलरेंस की नीति नीतीश सरकार के सुशासन की पहचान रही है। जबकि लालू-राबड़ी के दौर में बिहार जंगलराज और भ्रष्टाचार का प्रतीक था। पूरे प्रदेश में सरकार पोषित गुंडों का बोलबाला और अपराधी बेलगाम थे। तब पटना हाईकोर्ट ने बिहार में जंगलराज का जिक्र करते हुए कहा था, ”बिहार में सरकार नहीं है, ‘बिहार में जंगलराज’ कायम हो गया है’’।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2005 के बाद मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने नेतृत्व क्षमता से बिहार को जंगलराज के अंधकार से बाहर निकाला और सुशासन स्थापित किया है। बिहार में खौफ का वातावरण अब पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। कानून को हाथ में लेने वाले अपराधियों के खिलाफ प्रशासन कठोर कार्रवाई करती है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *